मिशन 2023 के लिए युद्धस्तर पर जुटी कांग्रेस, तैयार की जा रही रणनीति

मिशन 2023 के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस अभी से ही युद्धस्तर पर जुट गई है। बूथ स्तर पर सत्ताधारी दल से लोहा लेने के लिए कांग्रेस ने अपना मास्टरप्लान तैयार कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस प्रदेश के 65 हजार बूथ पर 3 लाख कार्यकर्ताओं को तैनात करेगी।

पीसीसी चीफ कमलनाथ मंडलम और सेक्टरों को मजबूत बनाने पर फोकस कर रहे हैं। इसके लिए कमलनाथ ने 65 हजार बूथ पर तीन लाख कार्यकर्ता तैनात करने की योजना बनाई है। जानकारी के मुताबिक एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सेवा दल के एक-एक कार्यकर्ता को बूथ पर जोड़ा जाएगा। कांग्रेस की कोशिश है कि हर गांव के हर बूथ पर होने वाली छोटी और बड़ी महत्वपूर्ण बातों पर नजर रखी जा सके।

दरअसल, बूथ लेवल कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओं के बीच सामंजस्य की कमी को कांग्रेस की कमजोरी मानी जाती रही है। इस कमी को दूर करने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने संभागीय स्तर पर नेताओं को जिम्मेदारियां दी है। वर्तमान में कांग्रेस अपने उन कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर रही है जो राजनीतिक द्वेष के शिकार होकर मुकदमे झेल रहे हैं।

कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को कानूनी मदद देने के लिए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में प्रशासनिक अत्याचार प्रतिरोध कमेटी गठित की है। यह कमेटी जिला अदालतों से लेकर हाईकोर्ट तक कांग्रेसजनों को कानूनी मदद देगी। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने डेढ़ साल पहले से ही धुआंधार दौरे शुरू कर दिए हैं। 

कांग्रेस नेता नियमित तौर पर बैठक भी कर रहे हैं ताकि एक एक मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हो और कोई कन्फ्यूजन की स्थिति निर्मित न हो सके। इससे पार्टी के भीतर अंतर्विरोध की खबरों पर विराम लग गया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ गोविंद सिंह ने भी स्पष्ट कहा है कि पार्टी नेताओं में कोई विरोधाभास नहीं है और अंतर्कलह की खबरें आरएसएस द्वारा प्लांट की जाती है।