ग्वालियर, । चुनावी दौर में प्रत्याशी और उनके नेता बड़ी बड़ी बातें कर रहे हैं, कांग्रेस – भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दल के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं और तंज कस रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा है कि 2023 में पूरे प्रदेश से भाजपा की बिजली गुल हो जाएगी, कांग्रेस ने ऊर्जा मंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास खुद की ऊर्जा भी सीमित है।नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनावों को राजनीतिक पंडित अगले साल 2023 में मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के प्री फिनाले मानकर चल रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस जैसे बड़े दल नगरीय निकाय चुनाव में इसीलिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। ग्वालियर में भी जोर आजमाइश जारी है। दोनों ही राजनीतिक दल अपने अपने महापौर प्रत्याशी और पार्षद प्रत्याशियों को जिताने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। राजनीतिक उठापटक के बीच हो रहे चुनावों में नेता अपने अपने दावे पेश कर रहे हैं।
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने मध्य प्रदेश सरकार पर बिजली जैसी बुनियादी जरुरत की बदहाली को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में बिजली की इतनी बुरी हालत नहीं देखी, बिजली मिल नहीं रही लेकिन बड़े बड़े बिल दिए जा रहे हैं, जो बिल नहीं दे पा रहे उनकी या तो भैंसे खोली जा रही हैं या किसी और तरीके से पैसा वसूला जाता है। कांग्रेस विधायक ने तो यहाँ तक कहा कि गरीबों को अपने गहने तक बिजली के बिल के लिए बेचने पड़ रहे हैं।
कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि बिजली की आज जो हालत है उसे देखकर ये दावे के साथ कहा जा सकता है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में भाजपा की बिजली गुल होने वाली है। प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के गृह नगर ग्वालियर में बिजली की बदहाली पर तंज कसते हुए कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि अब उनमें जितनी ऊर्जा है वो उतनी ही खर्च कर सकते हैं , इसीलिए वे केवल अपनी ही विधानसभा तकसीमित रहते हैं।
उधर कांग्रेस के आरोप पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि कांग्रेस मुद्दाविहीन है इसलिए वे इस तरह की बातें करती है। उन्होंने कहा कि तुलनात्मक रूप से देखेंगे तो बिजली की स्थिति पहले से बहुत बेहतर है , ट्रिपिंग कम हुई है, सप्लाई बढ़ी है। मप्र में कोई संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कमल ही खिलेगा।