नई दिल्ली। दिल्लीवालों को जल्द ही 11 नए अस्पताल, 64 मोहल्ला क्लीनिक मिलेंगे। इससे दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी। लोगों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अस्पतालों के बनने से 10 हजार नए बेड बढ़ेंगे, जिसमें छह हजार से अधिक आईसीयू बेड भी शामिल होंगे। सिसोदिया ने सोमवार को दिल्ली में स्वास्थ्य सेवा से जुड़ी योजनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। अधिकारियों को जल्द से जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया।
सिसोदिया ने बताया कि सिरसपुर, ज्वालापुरी, मादीपुर, हस्तसाल (विकासपुरी) में बन रहे अस्पतालों के साथ-साथ 6838 आईसीयू बेड क्षमता के साथ सात नए सेमी-परमानेंट अस्पतालों का भी निर्माण कार्य चल रहा है। बैठक में अधिकारियों से कहा कि सभी निर्माण कार्यों को समय रहते पूरा किया जाए और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार का उद्देश्य नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देना है। नए अस्पताल इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
सिरसपुर में बन रहा 11 मंजिला अस्पताल
बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में बनाए जा रहे अस्पताल इस साल अंत तक पूरा हो जाएंगे। वहीं, कुछ अस्पताल 2023 के मध्य तक बनकर तैयार होंगे। सिरसपुर में 1164 बेड क्षमता के साथ 11 मंजिला एक अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है। ज्वालापुरी, मादीपुर और हस्तसाल (विकासपुरी) में प्रत्येक में 691 बेड की क्षमता वाले 10 मंजिला अस्पताल बनाए जा रहे है। ज्वालापुरी और मादीपुर में मार्च 2023 तक ये दोनों अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे। हस्तसाल में भी अस्पताल बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसका निर्माण कार्य भी 2023 में पूरा होगा।
मोहल्ला क्लीनिक की कार्यप्रगति जांची
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने मोहल्ला क्लीनिकों के निर्माण कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि अलग-अलग इलाकों में 12 नए मोहल्ला क्लीनिक बनकर तैयार हैं। इन मोहल्ला क्लीनिकों का निर्माण कार्य पूरा चुका है। इसके अलावा 52 मोहल्ला क्लीनिकों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इनका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इन्हें जनता की सेवा के लिए समर्पित किया जाएगा। यहां रोजाना 70 हजार से ज्यादा लोग इलाज करवा रहे हैं।