MPPSC Pre Exam 2023 की तारीख बदलने की मांग, अभ्यर्थी बोले- हम इंसान है मशीन नहीं, आयोग में देंगे ज्ञापन…

भोपाल :  मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सम्मिलित हो रहे अभ्यर्थियों ने परीक्षाओं की तारीखों को लेकर एतराज जताया है, एक अभ्यर्थी ने वीडियो जारी कर अलग अलग परीक्षाओं में बहुत कम गेप होने से अभ्यर्थियों को होने वाली असुविधा के बारे में बताया है। अभ्यर्थी ने कहा कि सरकार और आयोग को समझना चाहिए कि परीक्षा में शामिल होने वाले इंसान हैं कोई मशीन नहीं है। वीडियो जारी करने वाले अभ्यर्थी ने कहा कि जल्दी ही कई अभ्यर्थी मिलाकर लोक सेवा आयोग और सरकार को ज्ञापन देंगे।

एमपीपीएससी परीक्षाओं को लेकर अभ्यर्थियों में गुस्सा  

MPPSC द्वारा प्रदेश में कई परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, लाखों अभ्यर्थी इसमें शामिल होकर मप्र शासन की सरकारी सेवा में अच्छे पदों पर बैठकर राज्य के लोगों की सेवा करते हैं लेकिन इस समय आयोजित की जा रही परीक्षाओं को लेकर इनमें नाराजगी देखी जा रही है।

एक अभ्यर्थी ने वीडियो जारी कर बताई नाराजगी की वजह 

MPPSC की परीक्षा में शामिल होने वाले एक अभ्यर्थी आकाश पाठक ने एक वीडियो जारी कर बहुत महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान आकर्षित किया है। आकाश का कहना है कि जितनी भी परीक्षाएं आयोजित की जा रही है उनकी तारीखों में बहुत कम अंतर है, वहीं उन्हीं तारीखों में केंद्र सरकार की भी बहुत सी परीक्षाएं है ऐसे में अभ्यर्थियों को तैयारी के लिए बहुत कम समय मिल पायेगा जो उनके लिए अनुचित है।

उदाहरण देकर बताई विसंगतियां 

पाठक ने उदाहरण देते हुए कहा कि 10 दिसंबर को राज्य वन सेवा परीक्षा है, 17 दिसंबर को MPPSC की प्री परीक्षा है, 26 दिसंबर से  MPPSC की मुख्यपरीक्षा है ऐसी स्थिति में कई छात्र हैं जो इन तीनों परीक्षा में बैठेंगे लेकिन इनके बीच में केवल 7 दिन का अंतर है, जो उनके लिए तैयारी करने के लिए बहुत मुश्किल होगा।

परीक्षाओं के बीच बहुत कम अंतर से नहीं हो पायेगी तैयारी 

उन्होंने कहा कि हजारों छात्र ऐसे हैं जो MPPSC प्री 2023 एवं MPPSC मुख्यपरीक्षा 2022 देंगे, ऐसे में छात्र मानसिक रूप से परेशान हैं कि केवल 6 दिन के अंतर में कैसे परीक्षा की तैयारी होगी? पाठक ने कहा कि सभी परीक्षाओं का सिलेबस और परीक्षा का पैटर्न अलग है और यह राज्य स्तर पर सबसे कठिन परीक्षा में एक है, इसलिए सभी छात्रों की मांग है कि MPPSC 2023 प्री परीक्षा को 17 दिसंबर के स्थान पर परिवर्तित फरवरी के प्रारंभ में किया जाए ताकि 2 परीक्षाओं के बीच मे छात्रों को कम से कम 30 से 40 दिन का समय मिल सके और वो तैयारी कर सकें।

लोक सेवा आयोग और सरकार को देंगे ज्ञापन, करेंगे तारीख बदलने की मांग 

आकाश पाठक ने कहा लोक सेवा आयोग और सरकार को छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए और उनकी मानसिक स्थिति को समझते हुए परीक्षाओं की तिथि में परिवर्तन करना चाहिए। उन्होंने ध्यान दिलाते हुए कहा कि जब MPPSC की परीक्षाएं है उसी समय एकलव्य आवासीय विद्यालय परीक्षा 16 एवं 17 दिसंबर को है, यूजीसी नेट परीक्षा 6 दिसंबर से 22 दिसंबर के बीच है , ऐसे में कई छात्र कई परीक्षाओं से वंचित हो जाएंगे जो उनके भविष्य एक साथ खिलवाड़ होगा, उन्होंने कहा कि जल्दी ही इसके संदर्भ में छात्र एकत्रित होकर लोक सेवा आयोग में आवेदन देने जाएंगे और सरकार को भी पत्र लिखेंगे।

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