भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आयुष्मान भारत योजना में हो रहे घोटालों को लेकर पत्र लिखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि आयुष्मान भारत योजना में मध्यप्रदेश में हो रहे अरबों रूपये के घोटाले तथा विधानसभा में पूछे गये प्रश्न की गलत जानकारी प्रस्तुत करने के प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जाए।
दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि ‘श्री अमिताभ अग्निहोत्री वरिष्ठ कांग्रेस नेता मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी इंदिरा भवन भोपाल मध्यप्रदेश का शिकायती पत्र मूलतः संलग्न है। श्री अग्निहोत्री ने मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में व्यापक स्तर पर सैकड़ों करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार होने तथा शासन द्वारा विधानसभा सचिवालय में पूछे गये प्रश्न की गलत जानकारी प्रस्तुत करने की शिकायत की है।’
‘श्री अग्निहोत्री ने बताया है कि आयुष्मान भारत योजनांतर्गत प्रदेश के 627 स्वीकृत अस्पतालों में से अनियमितता के कारण 422 अस्पतालों को निलम्बित कर दिया गया है जबकि मध्यप्रदेश शासन ने माननीय विधायक श्री जयवर्धन सिंह द्वारा पूछे गये प्रश्न क्र. 983 के उत्तर दिनांक 20.12.2022 को मध्यप्रदेश विधानसभा में 154 अस्पतालों की ही सूची दी गई है। आश्चर्य की बात है कि इतने बड़े घोटाले पर शासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की, न ही अनियमितता करने वालों और उन्हें संरक्षण देने वालों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई। जबकि इस मामले में 500 करोड़ रूपये से अधिक की वित्तीय अनियमितताएं कर भुगतान किया गया है। इस भ्रष्टाचार में शीर्ष स्तर के राजनेता और विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं।’
‘वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी के प्रवक्ता श्री के.के. मिश्रा और अमिताभ अग्निहोत्री ने गरीबो को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिये बनाई गई आयुष्मान भारत योजना में प्रदेश में आपकी सरकार एवं चिकित्सा माफिया के गठजोड़ से हुये अरबों रूपये के व्यापक घोटाले में सी.बी.आई. से जांच कराते हुए दोषियों एवं उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारियों/नेताओं पर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।’
‘मेरा आपसे निवेदन है कि गरीब एवं मजदूर परिवारों को निःशुल्क और बेहतर उपचार के लिये बनाई गई ‘‘आयुष्मान भारत योजना’’ में मध्यप्रदेश में हो रहे अरबों रूपये के घोटाले एवं विधानसभा में पूछे गये प्रश्न की गलत जानकारी प्रस्तुत करने के प्रकरण की सी.बी.आई. से जांच कराते हुए आवश्यक कार्यवाही हेतु संबंधित को समुचित निर्देश प्रदान करने का कष्ट करें।’ इस तरह उन्होने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।