इंदौर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का उम्र संबंधी आक्षेपों से बचाव किया और उन्हें ’80 साल का नौजवान’ बताया। इसके साथ ही, उन्होंने इस सवाल को बेइमानी करार दिया कि खड़गे इस उम्र में कांग्रेस की दशा-दिशा किस तरह बदल सकेंगे?
सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘पहले आप लोग (मीडिया) कहते थे कि (कांग्रेस में) परिवारवाद चल रहा है। अब खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं, तो आपको इस बात पर आपत्ति हो रही है कि उनकी उम्र 80 साल क्यों है?’ कांग्रेस नेता ने मीडिया से प्रतिप्रश्न किया कि क्या खड़गे को 80 साल की उम्र में चलने-फिरने में कोई दिक्कत है या उनमें मानसिक रूप में कोई कमी है? उन्होंने कहा, ‘खड़गे 80 साल के नौजवान हैं।’
खड़गे को कांग्रेस का रिमोट कहने पर यह बोले दिग्विजय
भाजपा द्वारा खड़गे को ‘गांधी परिवार का रिमोट कंट्रोल’ कहे जाने पर पलटवार करते हुए सिंह ने कहा, ‘खड़गे का राजनीतिक जीवन एकदम बेदाग रहा है। भाजपा के पास ऐसे आरोप लगाने के अलावा आखिर बचा ही क्या है?’ राज्यसभा सदस्य सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या इस दल में ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का रिमोट कंट्रोल’ नहीं चलता है? उन्होंने भारतीय करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी के चित्र छापने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान की आलोचना की और कहा, ‘केजरीवाल खुद को पढ़ा-लिखा व्यक्ति कहते हैं और वह भारतीय राजस्व सेवा के अफसर भी रहे हैं। ऐसे में उनका यह विचार कहां तक उचित है कि नोटों पर देवी-देवताओं के चित्र छापने से भारत की अर्थव्यवस्था सुधर जाएगी।’
भाजपा की बी-टीम हैं केजरीवाल: दिग्विजय
सिंह ने कहा कि उनके लिए भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी पूजनीय हैं, लेकिन देवी-देवताओं का राजनीतिक उपयोग किया जाना कतई उचित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वह लम्बे समय से बोलते आ रहे हैं केजरीवाल ‘भाजपा की बी-टीम’ हैं। वहीं, 75 वर्षीय सिंह ने इस बात को सिरे से खारिज किया कि उनकी निकट भविष्य में राजनीति से संन्यास लेने की योजना है। उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2026 तक बतौर राज्यसभा सदस्य (सांसद) मेरा कार्यकाल चलना है। मैं तब तक 79 साल का हो जाऊंगा और इसके बाद तय करूंगा कि मुझे आगे क्या करना है।’