भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ‘कांग्रेसजनों’ को घर से बाहर निकलने और आम लोगों से मिलने, उनसे बात करने, उनकी समस्याओं को उठाने की नसीहत दी है। उन्होंने राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि नेताओं के साथ सेल्फ़ी खिंचवा कर सोशल मीडिया पर डालने से आप नेता नहीं बन सकते..इसके लिए अपने आसपास के लोगों से मिलने, उनके सुख दुख में शरीक होने की ज़रूरत है।
कांग्रेसियों को दिग्विजय सिंह की नसीहत
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, अन्य पदाधिकारी, नेता प्रतिपक्ष बदल दिए गए। लोकसभा चुनाव में शून्य पर सिमट जाने के बाद भी हार के कारणों पर विचार करने के लिए बैठक हुई और प्रत्याशियों से फ़ीडबैक लिया गया। लेकिन क्या इतना काफ़ी है ? आख़िर कांग्रेस की इस स्थिति के लिए ज़िम्मेदार कौन है ? क्या कांग्रेसियों को इस बारे में गंभीर आत्ममंथन की ज़रूरत नहीं है ? इन सवालों का जवाब अब ख़ुद दिग्विजय सिंह ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए दे दिया है। इसमें वो कांग्रेसियों को घर से निकलने की नसीहत दे रहे हैं और कह रहे हैं कि सेल्फ़ी खिंचवाने भर से वो नेता नहीं बन जाएँगे।
राहुल गांधी का उदाहरण देकर दी सलाह
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिग्विजय सिंह ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में राहुल गरीब लोगों से, मज़दूर तबके से बात कर रहे हैं। उनकी आमदनी के बारे में पूछ रहे हैं और इसके बाद उन्होंने कहा कि ‘जब आप मेहनत कर रहे हो और आपके शरीर में दर्द हो रहा है तो आप दर्द समझ सकते हो। अगर आप मेहनत नहीं कर रहे हो..आपके शरीर में दर्द नहीं हो रहा है तो नहीं समझ सकते हो। मेरा कहना है कि हमारे जो ब्यूरोक्रेट्स हैं, एमपी हैं, एमएल हैं..थोड़ा टाइम ये करना चाहिए। देखना चाहिए कि आम जनता क्या कर रही है, उनकी मुश्किलें क्या है और कैसी मदद की जा सकती है। मुझे लगता है कि थोड़ा मैं कर दूँगा तो बाक़ी लोग भी करेंगे। कांग्रेस पार्टी वालों को तो मैं मैसेज दे रहा हूँ कि आप भी जाइए और थोड़ी मेहनत कीजिए।’ इस वीडियो को साझा करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ‘हे मेरे मित्रों समस्त कॉंग्रेस जन अपने घरों से निकलो अपने नेता राहुल गांधी से कुछ सीख लो। केवल नेताओं के साथ सेल्फ़ी खिंचवा कर सोशल मीडिया पर डाल कर नेता नहीं बनोगे अपने गाँव अपने मोहल्ले में लोगों से मिलो उनके सुख दुख में शामिल हो उनके साथ बैठ कर जन समस्याओं पर चर्चा कर कांग्रेस का पक्ष रखो। महंगाई बेरोज़गारी पेयजल सड़क बिजली के बढ़ते हुए बिलों के बारे में उनसे चर्चा करो।’