डिंडौरी : विधायक को कलेक्टर का जवाब- महिला की उम्र और आदमी की तनख्वाह नहीं पूछते!

डिंडौरीः मध्य प्रदेश के डिंडौरी में कलेक्टर विकास मिश्रा की हाजिरजवाबी देखने को मिली। एक छात्रा को सम्मानित करने के दौरान डिंडौरी के विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने कलेक्टर से उनका वेतन पूछ लिया। कलेक्टर ने इस पर जवाब दिया कि महिला की उम्र और मर्द की तनख्वाह नहीं पूछते। यह सुनकर वहां मौजूद लोग ठहाके लगाकर हंस पड़े। और तो और, विधायक भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए।

दरअसल, डिंडौरी के खारीडीह जनपद पंचायत के करंजिया में जनसेवा से सुराज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सरकारी योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया और स्थानीय समस्याओं का मौके पर निराकरण किया गया। इसमें कलेक्टर और विधायक भी शामिसल हुए। कार्यक्रम के दौरान दिलचस्प यह रहा कि गांव की जिस मेधावी छात्रा को कलेक्टर ने एक दिन का कलेक्टर बनाया, उसे विधायक ने एक दिन की तनख्वाह अपने पास से दी।

पुरस्कार के रूप में एक दिन का वेतन देने से पहले विधायक ने कलेक्टर से उनका वेतन पूछ लिया। कलेक्टर का जवाब सुनकर वहां मौजूद लोग ठठाकर हंस पड़े। इसके बाद विधायक ने अपनी जेब से छह हजार रुपये निकालकर छात्रा को दिए।

कलेक्टर विकास मिश्रा ने जनसेवा सुराज कार्यक्रम में हायर सेकंडरी स्कूल गोपालपुर की छात्रा कुमारी कुमकुम महेश्वरी को मंच पर बिठाया। कलेक्टर ने बताया कि कुमकुम महेश्वरी ने दसवीं की वार्षिक परीक्षा में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। इसलिए उन्हें एक दिन के लिए कलेक्टर बनाकर सम्मान दिया गया है।

कार्यक्रम में 930 हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इसमें सामाजिक न्याय विभाग के 17, संबल कार्ड के 100, स्वच्छता अभियान के 36, मनरेगा के 11, मेड बंधान के 73, आजीविका मिशन के 23 और स्व सहायता समूह की 263 महिलाओं को लाभान्वित किया गया। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के 7, स्पॉन्सरशिप के एक, लाडली लक्ष्मी योजना के 5, आयुष्मान कार्ड के 15, चिकित्सा सहायता के 104, बीपीएल कार्ड के 98, पोषण आहार के 40, नामांतरण बंटवारा के 7, किसान क्रेडिट कार्ड के 100 और वन विभाग नामांतरण के 53 हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया गया।

Leave a Reply