भोपाल : मध्य प्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा तैयारियों में जुट गई है। इन तैयारीयों के बीच मुख्यमंत्री ने बुधवार रात को अपने सभी मंत्रियों को सीएम हाउस पर बुलाया। इस दौरान उन्होंने सभी मंत्रियों के साथ चर्चा की। कयास लगाया जा रहा है कि इस कि इस चर्चा में मंत्रिमंडल विस्तार की बात भी शामिल हैं।
दरअसल शिवराज सरकार में 4 मंत्रियों के पद खाली हैं। और ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले सीएम शिवराज अपनी टीम का विस्तार भी कर सकते हैं। वर्तमान समय मे प्रदेश में सीएम शिवराज सहित कैबिनेट में 31 मंत्री हैं। जबकि प्रदेश में कुल मंत्रियों की संख्या 35 हो सकती है।
राजनीतिक गुरुओं की माने तो मुख्यमंत्री शिवराज सभी मंत्रियों से वन टू वन चर्चा भी करेंगे। 25 और 26 नवंबर को मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा भी होगी। सीएम शिवराज राजधानी भोपाल के प्रशासन अकैडमी में मंत्रियों के साथ मंथन करेंगे। इस बैठक में मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा और राज्य सरकार की योजनाओं की मॉनिटरिंग की रिपोर्ट भी रखी जाएगी।
बताया जा रहा है कि सीएम के साथ होने वाली मंत्रियों की बैठक में सभी को विभागों के एसीएस-पीएस को प्रेजेंटेशन तैयार करने के लिए भी कहा गया है। इसके अलावा शिवराज सरकार में खाली कैबिनेट की जगहों को भी जल्द भरा जा सकता है। और इसी लिहाज से मंत्रियों की परफॉर्मेंस आंकलन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल के कयास लगाए जा रहें है।
बता दें कि मार्च 2020 में भाजपा सरकार के गठन के 100 दिन बाद सीएम ने कैबिनेट में पहली बार अपने 05 सहयोगी मंत्रियों को जोड़ा था, जिनमें नरोत्तम मिश्रा, कमल पटेल, तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत और मीना सिंह शामिल थी। इसके बाद जुलाई में 28 मंत्रियों ने एक बार फिर शपथ ली। जिसके बाद मंत्रियों की संख्या 33 हो गई थी।
सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चौथी पारी में सीएम के सामने कैबिनेट विस्तार को लेकर लंबे समय से नामों को लेकर उलझन हो सकती है। फिलहाल कुल चार पद खाली हैं, जिसके लिए उम्मीद लगाए शिवराज के पूर्व मंत्रियों के अलावा वरिष्ठ नेता भी हैं।