इंदौर। इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में बीते दिन 5 दिनों की कार्यशाला का समापन किया गया। दरअसल यूरोपीय संघ और इंदौर विकास प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में यह पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। इस कार्यशाला में इंदौर और उसके आसपास के जिलों को लेकर विकास पर मंथन किया गया। इस दौरान ये भी बताया गया कि 20 साल बाद इंदौर रीजन का दायरा 5 गुना से ज्यादा बढ़ जाएगा। साथ ही मेट्रोपॉलिटन सिटी में इंदौर को गिना जाएगा।
इतना ही नहीं इंदौर की आबादी भी एक करोड़ के पार पहुंच जाएगी। लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए 5 मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देना सबसे ज्यादा जरुरी होगा। क्योंकि उसको ध्यान में रखते हुए ही इंदौर के लिए बेहतर मास्टर प्लान बनाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, पांच दिवसीय कार्यशाला में इंदौर को लेकर बताया गया कि 80 वर्ग किलोमीटर वाला इंदौर रीजन 20 साल बाद 4600 वर्ग किलोमीटर में फैल जाएगा। ऐसे में इंदौर उज्जैन ,धार, पीथमपुर, चापड़ा इसमें जुड़ जाएंगे।
वहीं इंदौर को मेट्रोपॉलिटन सिटी में गिना जाएगा। क्योंकि पर्यावरण, परिवहन, मानव संसाधन, आवासी पर्यटन और आर्थिक विकास जैसे सेक्टर अगर विकास करेंगे तो इंदौर जल्द ही मेट्रोपॉलिटन सिटी में गिना जाएगा। आपको बता दे, 5 दिन की कार्यशाला में इंदौर की रिपोर्ट बनाई गई है। जिसमें कई सिफारिशों को चुना गया है। अगर उन पर ध्यान दिया गया तो इंदौर विकास की तरफ तेजी से आगे बढ़ेगा। इसमें यूरोपियन यूनियन के स्पेन के महानगर विशेषज्ञ पेड्रो आर्टिज ने बताया है कि इंदौर के समग्र विकास के लिए बेहतर प्लानिंग करने की जरुरत सबसे ज्यादा है। ऐसे में प्रत्येक एजेंसी को मिलकर काम करना होगा। तब ही इंदौर विकास कर पाएगा।