भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान पोषण आहार को लेकर बुधवार को कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरु होने से पहले कांग्रेस विधायकों ने विधानसभ गेट पर पोषण आहार मामले को लेकर प्रदर्शन किया।
जिसके बाद कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार ने कुपोषित बच्चों के पोषण आहार में बड़ा घोटाला किया है। कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्योपुर में चीतों के स्वागत के लिए आ रहे है वहीं श्योपुर कुपोषण के मामले में प्रदेश में नंबर-1 है।
वहीं पोषण आहार मामले पर सदन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार का पक्ष रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोषण आहार मामले में कोई गडबड़ी नहीं हुई है और विपक्ष केवल भ्रम फैला रहा है। वहीं दूसरी सदन की कार्यवाही शुरु होते ही सदन में कमलनाथ की गैरमौजदूगी का मामला सत्ता पक्ष के विधायकों ने उठाया।
पोषण आहार को लेकर सीएम शिवराज ने बताया कि ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया कि जिस कार्यकाल में आहार की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई और जो आहार अमानक पाए गए, वो कांग्रेस के कार्यकाल के थे। उन्होंने कहा कि हम सभी बुन्दुओं पर CAG को जवाब भेजेंगे। और ये अंतिम रिपोर्ट नहीं है।
वहीं उन्होंने कहा कि CAG की रिपोर्ट का हम इंतजार करेंगे। अगर कहीं गड़बड़ी पाई गई, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चाहे दोषी कोई भी हो किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। इस हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
इस दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भागर्व और कांग्रेस के सीनियर विधायक बाला बच्चन के बीच तीखी नोंकर झोंक हुई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सदन में नहीं आने को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा अगर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सदन में नहीं आना चाहते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।