प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी को समन जारी किया है। जांच एजेंसी ने 8 जून को पूछताछ के लिए दोनों नेताओं को बुलाया है। बताया जा रहा है कि मामला पुराने केस से ही संबंधित है जिसे साल 2015 में बंद कर दिया गया था। लेकिन इस केस को एक बार फिर से खोला गया है।
गांधी परिवार के खिलाफ ईडी के समन के बाद चौतरफा बयानबाजी शुरू हो चुकी है। विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम झुकेंगे नहीं और सामना करेंगे। उन्होंने कहा है कि सोनिया गाांधी खुद ईडी के दफ्तर जाएंगी और सभी सवालों के जवाब देेंगी। अभिषेक मनु सिंघवी ने भाजपा पर अपने राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगया है।
सिंघवी ने कहा कि, ‘यह केस पिछले 7-8 सालों से चल रहा है और इसमें अब तक एजेंसी को कुछ नहीं मिला है। लोगों का ध्यान मोड़ने के लिए यह समन भेजा गया है। देश की जनता सबकुछ समझती है।’ कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘नेशनल हेराल्ड मामले में साजिश के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी को ED ने नोटिस भेजा है। लेकिन हम डरेंगे नही, झुकेंगे नहीं… सीना ठोक कर लड़ेंगे।’
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार बदले की भावना में अंधी हो गई है। मनी लांड्रिंग का कोई सुबूत नहीं है और न ही मनी एक्सजेंच का कोई सबूत है। नेशनल हेराल्ड मामले में इक्विटी में केवल कन्वर्जन या ऋण दिया गया है। यह एक राजनीतिक लड़ाई है। समन कुछ दिन पहले भेजा गया था। यदि आवश्यक हुआ तो सोनिया गांधी निश्चित रूप से जाएंगी. हम उन्हें लिख रहे हैं और राहुल गांधी के लिए कुछ समय मांगेंगे। उन्हें ईडी ने 8 जून से पहले पूछताछ के लिए बुलाया है।