एकनाथ शिंदे किंगमेकर, फडणवीस के साथ मिलकर बना लें सरकार. कानपुर में बोले रामदास आठवले

कानपुरः महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापठक पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के मुखिया रामदास आठवले ने कहा कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे किंगमेकर की भूमिका में हैं और उन्हें बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए। आठवले ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में मीडिया से बात करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने दावा किया कि उन्हें पता चला है कि एकनाथ शिंदे के पास 36 विधायक हैं। आठवले ने आरोप लगाया कि संजय राउत के चलते शिवसेना ने कांग्रेस के पास जाने का फैसला किया जबकि बाल ठाकरे ने कभी कांग्रेस और एनसीपी से गठबंधन नहीं किया।

आठवले ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार को ढाई साल का समय हुआ है लेकिन वह विकास नहीं कर रही थी बल्कि सिर्फ बीजेपी पर आरोप लगाने का काम कर रही थी। बाला साहेब ने कांग्रेस एनसीपी का हमेशा विरोध किया और कभी गठबंधन की बात नहीं की। साल 2013 में बाला साहेब ने अपने जन्मदिन पर कहा था कि शिव शक्ति के साथ भीम शक्ति आनी चाहिए। तभी हमें सत्ता मिलेगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना से हमारे वैचारिक मतभेद थे लेकिन पॉलिटिकल अलायन्स करना चाहिए था।

अटावले ने कहा कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में RPI बीजेपी और शिवसेना के साथ आ गई थी। उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के चलते कांग्रेस के साथ जाने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि एकनाथ शिंदे अलग होने की सूरत में हैं और उनके पास 36 विधायक हैं। अब फडणवीस और एकनाथ को मिलकर सरकार बनानी चाहिए। उद्धव की सरकार जाने वाली है। इनकी राज्य सभा और विधान परिषद के चुनाव में भी हार हो गई है।

आठवले ने कहा कि मैं एकनाथ शिंदे से बात करूंगा। उद्धव को मैंने कहा था कि ढाई साल वाला फॉर्मूला नहीं चलेगा। बीजेपी ने भी उनसे यही बात कही थी लेकिन शिवसेना ढाई साल की मांग पर अड़ी रही। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए शिंदे किंगमेकर की भूमिका में हैं। हम किसी को भी नहीं ले गए। हमने सरकार गिराने की कोशिश नहीं की है लेकिन महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनना तय लग रहा है।

बहन को छोड़ो, भाई की तरफ आओः आठवले
अग्निपथ योजना पर बोलते हुए आठवले ने कहा कि अग्निपथ को लेकर बहुत सुधार किया गया है। यह नौजवानों के फायदे की योजना है। यूपी की राजनीति पर उन्होंने कहा कि साल 2022 में यूपी में बसपा को साफ करने का काम जनता ने किया है। बसपा की जगह RPI यूपी में ले, ऐसी हमारी चाहत है। बहन को छोड़ो और भाई की तरफ आओ। उन्होंने दावा किया कि 26 तारीख को बसपा और सपा के कई लोग उनकी पार्टी में आने वाले हैं।

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