चुनाव आयोग ने किया पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान, 7 से 30 नवंबर के बीच होंगे चुनाव, 6 चरण में होंगे, आचार संहिता लागू…

नई दिल्ली : चुनावी शंखनाद हो चुका है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने इस साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। मध्य प्रदेश में एक चरण में 17 नवंबर को चुनाव होंगे। मिज़ोरम में भी एक चरण में 7 नवंबर को चुनाव होंगे। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को चुनाव होंगे वहीं तेलंगाना में एक चरण में 30 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। सभी राज्यों में 3 दिसंबर तक काउंटिंग की जाएगी और 5 दिसंबर तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

चुनाव की तारीखों का ऐलान

पिछले लगभग एक हफ्ते से इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था कि आने वाली 9 तारीख को निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है। आज दोपहर 12 बजे निर्वाचन आयोग ने सभी कयासों से पर्दा हटाते हुए राजनीति की बिसात बिछा दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इसकी घोषणा की। इसी के साथ उन्होने सभी नागरिकों से वोट डालने की अपील की।

बात करें मध्य प्रदेश की तो मध्य प्रदेश में कुल वोटरों की संख्या 5 करोड़ 61 लाख 36 हज़ार 220 है जिनमें 2 करोड़ 88 लाख 56 हज़ार 07 पुरुष, 2 करोड़ 72 लाख 39 हज़ार 945, और थर्ड जेंडर की संख्या 1373 है। इन तीनों के अलावा मध्य प्रदेश में कुल 75295 सर्विस वोटर है जो आगामी विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों का भविष्य तय करने वाले हैं। एमपी में एक ओर 18 साल से काबिज भाजपा तो वहीं दूसरी ओर हमलावर कांग्रेस।

MP में सियासी समर 

एक ओर जहां पीएम मोदी लगातार मध्य प्रदेश के दौरे कर जनता से भाजपा को वोट देने की अपील कर रहे हैं तो वहीं राहुल गांधी ,प्रियंका गांधी जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेता भाजपा के समय में हुए भ्रष्टाचार को लेकर लगातार हमले किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चुनाव से पहले की गई महापंचायतें, लाडली बहनों को दिया जाने वाला भैया शिवराज का प्यार, देखना होगा क्या कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भारी पड़ता है या इस बार सत्ता पर 18 साल से काबिज बीजेपी को सत्ता विहीन होना पड़ता है।

बीजेपी की तीन लिस्ट जारी

इस चुनाव में अब तक जारी हुई सूचियां में खास बात यह भी देखने रही कि भाजपा ने जब पहली सूची जारी की तब उसमें उन सभी प्रत्याशियों को टिकट दिया गया जो पहले अपनी विधानसभा सीट से चुनाव हार चुके थे, निश्चित तौर पर बीजेपी कहीं ना कहीं यह चाहती थी कि इस बार यह सभी प्रत्याशी पूरे दमखम के साथ फिर चुनावी मैदान में उतरे और सरकार की जीत सुनिश्चित करें। दूसरी जारी हुई सूची ने प्रदेश की राजनीति के पूरे समीकरण की बदल कर रख दिए। इस सूची में बीजेपी ने सात सांसदों को टिकट दिए जिन में तीन केंद्रीय मंत्री हैं वहीं एक भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव को भी उम्मीदवार बनाया गया हैं। निश्चित तौर पर इस सूची के बाद यह लगभग तय हो गया के बीजेपी विधानसभा चुनाव में किसी भी तरह की कमीबेशी नहीं छोड़ना चाहती है।

कांग्रेस की सूची का इंतजार 

वहीं अब तक कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों की किसी भी सूची को जारी नहीं किया गया है। हालांकि दिल्ली में हुई सीआईसी की बैठक के बाद मध्य प्रदेश पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बताया था की लगभग 140 प्रत्याशियों पर हुए मंथन के बाद पार्टी पांच से सात दिन में पहली सूची जारी कर सकती है।

अब देखना यह होगा कि 230 सीटों पर होने जा रहे इस चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा, सपा और जो भी राजनीतिक दल दमखम के साथ उतर रहे हैं, जनता को लुभाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं वह उसमें कितना सफल हो पाते हैं..ऊंट किस करवट बैठता है और सरकार किसकी बनती है।

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