नई दिल्ली : एक तरफ होली से पहले केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है वही दूसरी तरफ होली के बाद फिटमेंट फैक्टर के बढ़ने की भी अटकलें तेज है। ताजा मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, होली 2023 के बाद सरकारी कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन में वृद्धि देखने को मिल सकती है, आगांमी चुनावों को देखते हुए केन्द्र की मोदी सरकार केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन के फिटमेंट फैक्टर को संशोधित करने का निर्णय ले सकती है।अगर ऐसा हुआ तो बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 26000 हो जाएगी।
3 या 3.68 फीसदी वृद्धि संभव
दरअसल, वर्तमान में केन्द्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 फीसदी है। कर्मचारी लंबे समय से इसे बढ़ाने की मांग कर रहे है, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आगामी चुनावों को देखते हुए फिटमेंट फैक्टर को रिवाइज किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो महंगाई भत्ते के बाद सरकार फिटमेंट फैक्टर पर भी विचार कर सकती है, इसे 3.00 या 3.68 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है, इससे कर्मचारियों की सैलरी में ढ़ाई गुना वृद्धि होगी।
52 लाख कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
फिटमेंट फैक्टर बढ़ने पर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में सीधे 8000 का इजाफा होगा ।बेसिक सैलरी 18000 से बढ़कर 26000 हो जाएगी। संभावना जताई जा रही है कि होली 8 मार्च को मनाई जाएगी और केंद्र 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर होली के बाद फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने पर फैसला ले सकता है और नए सरकार बनने पर 2026 से इसे लागू किया जा सकता है। इसका लाभ 52 लाख कर्मचारियों को होगा। इससे पहले सरकार ने 2016 में फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाया था और इसी साल से 7th pay commission को भी लागू किया गया था।
होली के बाद हो सकता है ऐलान
केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में फिटमेंट फैक्टर का अहम रोल होता है, इसे वेतन भत्तों के अलावा उनकी बेसिक सैलरी (Basic Salary) और फिटमेंट फैक्टर आधार पर तय किया जाता है। मीडिया रिपोर्टस में दावा किया गया है कि फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी के संबंध में कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं और सरकार इसे 2024 से पहले लागू करने की योजना बना रही है, और इसकी घोषणा मार्च 2023 में होली के बाद होने की संभावना है, हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
बेसिक सैलरी होगी सीधे 26000
अगर सरकार कर्मचारियों की फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की मांग पर विचार करती है, कर्मचारियों की मिनिमम सैलरी 18,000 रुपये से बढ़कर 26,000 रुपये हो जाएगी। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है, तो भत्तों को छोड़कर उसकी सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपए का लाभ होगा। 3.68 होने पर सैलरी 95,680 रुपये (26000 X 3.68 = 95,680) हो जाएगी यानि सैलरी में 49,420 रुपए लाभ मिलेगा। 3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000 X 3 = 63,000 रुपये होगी।