मध्य प्रदेश की इस IAS अधिकारी को लेकर सोशल मीडिया पर फेक-स्टोरी वायरल, खुद फेसबुक पर बताई असलियत…

भोपाल : मध्य प्रदेश कैडर की 2007 बैच की आईएएस अफसर स्वाति मीणा नायक ने 10 मार्च को अपने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर सभी को आगाह किया है कि उनके बारे में कही जा रही बातों पर ध्यान न दिया जाए। तो आखिर ऐसा क्या कहा जा रहा है उनके बारे में..जिसका खंडन उन्हें खुद सोशल मीडिया पर करना पड़ा।

ये है मामला

दरअसल स्वाति मीणा को लेकर पिछले कुछ समय से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक स्टोरी चल रही है। इसमें उनकी फोटो लगाकर उनके बचपन के तथाकथित संघर्ष के बारे में बताया गया है। कहानी कुछ यूं है कि ‘वे एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थीं और बचपन में उनके पास डोसा खाने के लिए भी पैसे नहीं थे। उनके पिता उन्हें लेकर एक होटल में पहुंचे और वेटर को एक प्लेट डोसा लाने का ऑर्डर दिया। वेटर ने पूछा कि आपके लिए क्या लाऊं तो उस व्यक्ति ने कहा कि मैंने अपनी बेटी से प्रॉमिस किया था कि वो दसवीं में जिले में प्रथम आएगी तो शहर के सबसे बड़े होटल में उसे डोसा खिलाऊंगा..मेरे पास अभी एक डोसे के ही पैसे है। ये सुनकर वेटर का दिल पिघल गया और वो होटल मालिक के पास पहुंचा और कहा कि मैं अपनी तरफ से इन दोनों को भरपेट नाश्ता कराना चाहता हूं। अभी मेरे पास पैसे नहीं है लेकिन आप इसे मेरे वेतन से काट लीजिएगा। इसके बाद होटल मालिक ने दरियादिली दिखाते हुए एक टेबल को सजाया और उस बच्ची की सफलता का जश्न मनाया। इसी के साथ बच्ची के पिता को तीन डोसा और मुहल्ले में बांटने के लिए मिठाई भी दी। समय बीतने के बाद वो बच्ची आईएएस बनी और उसी शहर में कलेक्टर बनकर लौटी और फिर उस होटल में भी गई और होटल मालिक से मुलाकात की।’ इस कहानी में वो छोटी बच्ची कथित रूप से स्वाति मीणा हैं।

स्वाति मीणा ने किया खंडन

मध्यप्रदेश महिला एवं बाल विकास विभाग की संचालक स्वाति मीणा ने इस कहानी को सरासर झूठ बताते हुए फेसबुक पर लिखा है कि ‘मैं उन लोगों से अनुरोध करती हूं जो मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में झूठी कहानियां पोस्ट और रीपोस्ट कर रहे हैं, कृपया इससे दूर रहें। भले ही वे प्रेरक और दिल को पिघलाने वाली लगें लेकिन वास्तव में यह नकली भावनाओं के साथ बोला गया झूठ है।’ उन्होने बताया कि उनके पिता राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे हैं और उनकी मां बिजनेस वुमन है। बचपन से ही उन्हें घर में पढ़ाई के लिए बेहतरीन वातावरण मिला और किसी चीज की कमी महसूस नहीं हुई। वहीं ये स्टोरी यूपी कैडर की आईएएस नेहा शर्मा के नाम से बने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट की गई थी। लेकिन नेहा शर्मा ने कहा है कि ये उनका अकाउंट नहीं है। कोई उनके नाम से फेक अकाउंट बनाकर इस तरह की बातें पोस्ट कर रहा है। बता दें कि स्वाति मीणा का जन्म राजस्थान के अजमेर में हुआ और उनकी पढ़ाई वहां के प्रतिष्ठित सोफिया स्कूल और सोफिया कॉलज से हुई है। वो बचपन से ही आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थीं और स्कूल से ही इसके लिए तैयारी शुरू कर दी थी। उनके पिता ने हमेशा पढ़ाई में उनकी मदद की और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। स्वाति मीणा के पति पति तेजस्वी नायक भी आईएएस अधिकारी हैं और हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली गए हैं। स्वाति फिलहाल मातृत्व अवकाश पर हैं और वे भी जल्द ही दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में जॉइंट सेक्रेटरी हो जाएंगी। बहरहाल..उन्होने खुद अपने बारे में फैलाई जा रही फेक स्टोरी का खंडन किया है और कहा है कि इस तरह की कृत्रिम भावुकता से बचा जाना चाहिए।

Leave a Reply