मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक स्कूल में मिड डे मील बनते वक़्त दाल में छिपकली गिर गई थी। इसके बावजूद भी वही दाल मासूम बच्चों को परोस दिया गया। जहरीला दाल खाने के बाद से 57 बच्चे बीमार हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला डिंडोरी के समनापुर ब्लाक में केवलारी गांव के प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल की हैं। मंगलवार को यहां मध्याह्न भोजन के बाद एक के बाद एक बच्चे उल्टियां करने लगे। बच्चो की बिगड़ती तबियत देखते हुए स्कूल के अतिथि शिक्षक ने डायल 100 को फ़ोन किया और मामले की सूचना दी।
सूचना पाकर समनापुर पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम केवलारी गांव पहुंचकर सभी बच्चों को पहले समनापुर स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया। यहां से करीब 32 छात्रों को डिंडोरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की निगरानी में बच्चों की स्थिति ठीक हो गई। जिसके बाद अधिकांश बच्चों को छुट्टी दे दी गई। हालांकि, अरुण कुमार नाम के एक छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे डिस्चार्ज नहीं किया गया है।
स्कूल के शिक्षक एलएस पारस्ते ने मीडिया को बताया कि एक छात्रा ने अपनी थाली में दाल में छिपकली देखी थी। मामले पर बवाल बढ़ने के बाद खाना बनाने वाली रसोईया चंपा बाई ने भी स्वीकारा कि दाल में छिपकली गिर गई थी। इस घटना के बाद अभिभावक आक्रोशित हैं। अभिभावक पूछ रहे हैं कि जब दाल में छिपकली गिर गयी थी तो फिर उसे बच्चों को क्यों परोसा गया?