उज्जैन| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन आएंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह पहली बार दर्शन के लिए महाकाल की नगरी पधार रहे हैं। जिसके लिए प्रशासन पहले से ही पूरी तरह से अलर्ट हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उनके भव्य स्वागत की तैयारियों में जुट गया है। बता दे कि इस दौरान प्रधानमंत्री 700 करोड़ रपए से बना महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान वह 3 घंटे उज्जैन में अपना समय व्यतीत करेंगे। सबसे पहले वह बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। जिसके बाद महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण के पहले फेस का उद्घाटन करेंगे। जहां लाखों की सैकड़ों की संख्या में लोगों के मौजूद रहने की व्यवस्था की जाएगी।
महाकाल की नगरी उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर बनकर तैयार हो चुका है। बता दें कि इस ड्रीम प्रोजेक्ट को खर्च करने में पूरा करने में करीब 750 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। दरअसल कमलनाथ सरकार ने साल 2019 में मंदिर के विस्तारीकरण प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई थी। साथ ही इसके लिए 300 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी प्रदान की थी लेकिन, कमलनाथ सरकार गिरने के बाद शिवराज सरकार ने प्रोजेक्ट की राशि बढ़ाकर ₹750 करोड़ कर दिया था। जिसके बाद इसकी तैयारियां जोरों पर शुरू कर दी गई थी और अब यह कॉरिडोर बंद कर पूरी तरह से तैयार हो चुका है। बता दें कि यहां रात के समय इसकी भव्यता देखने लायक है। अब यह मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर से 4 गुना ज्यादा बढ़ा है। जिसमें बाद में शिव तांडव स्त्रोत, महाकालेश्वर वाटिका, शिव विवाह, महाकालेश्वर मार्ग, शिव अवतार, वाटिका, धर्मशाला आदि बनाए गए हैं। इसलिए प्रधानमंत्री का आगमन कार्यक्रम संध्या के समय तय किया गया है। ताकि वो इसका लुफ्त उठा सकें। साथ ही नगर के सौंदर्य को सजा कर उसकी भव्यता बढ़ाई जाए।
दरअसल, पीएम मोदी वहां पूजा-अर्चना करने के बाद 6 महाकाल पथ का लोकार्पण करेंगे। साथ ही वहां एक जनसभा को संबोधित भी करेंगे। जिसके बाद वह अंकित शिव महिमा के म्यूरल को देखेंगे और वहां से कमल सरोवर तक जाएंगे। साथ ही ई-रिक्शा से महाकाल पद पर भी घूमेंगे। जिसके लिए 12 इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां आ चुकी है।
इस दिन प्रधानमंत्री के आगमन की खुशी में पूरे शहर के 5 लाख घरों में प्रसाद वितरण किया जाएगा और दीए जलाए जाएंगे। जिससे पूरा शहर रोशनी से जगमगा उठेगा। दरअसल प्रधानमंत्री शाम के 5 बजे उज्जैन पहुंचेंगे और ठंड के मौसम में जल्द अंधेरा हो जाने के कारण पूरे शहर को तरह-तरह के लाइटों से सजाया जाएगा। पूरे महाकाल में रोशनी से उनका स्वागत किया जाएगा।