जबलपुर। भ्रष्टाचार का पिटारा खुलने के बाद जेल जा चुके पूर्व बिशप पीसी सिंह की कारगुजारियों का नया अध्याय खुल गया है। पता चला है कि उसने माडरेटर रहते हुए सिवनी मिशन स्कूल की जमीन पहले अपने नाम कराई। इसके बाद वह जमीन खुर्द-बुर्द करते हुए बैंक सहित कई निजी संंस्थाओं आदि को बेच दी ईओडब्ल्यू ने इस जानकारी के आधार पर उक्त जमीन के दस्तावेज खंगालने की प्रक्रिया को गति दे दी है। इस दौरान उसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलें हैं, जिनसे यह सिद्ध हो रहा है कि पूर्व बिशप पीसी सिंह ने यह जमीन नियम विरुद्ध तरीके से बेची थी।
बेटी के बाद दामाद से भी होगी पूछताछ :
ईओडब्ल्यू को जांच प्रक्रिया में पता चला कि था कि सुरेश जैकब ने अपनी बेटी को मुंबई में एक आलीशान घर व आफिस बनाकर दिया था। यह पता चलने के बाद टीम ने सुरेश जैकब की बेटी को तलब किया और उससे पूछताछ की। जानकारी के अनुसार पूछताछ में सुरेश जैकब की बेटी ने यह स्वीकार किया कि मुंबई में आफिस व मकान सुरेश जैकब ने उसे दिया। मामले में अब टीम सुरेश जैकब के दामाद को भी तलब कर सकती है। पूर्व बिशप पीसी सिंह ने करीबी सुरेश जैकब के बेटे क्षितिज जैकब को सालीवाड़ा क्राइस्ट चर्च स्कूल का प्राचार्य बनाया था। कुछ दिनों पूर्व बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने क्षितिज को प्राचार्य पद से हटा दिया। अब ऐसा माना जा रहा है कि ईओडब्ल्यू की टीम क्षितिज को फिर से पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। टीम बोर्ड आफ एजुकेशन से भी वह दस्तावेज मांग रही है,जिनके आधार पर क्षितिज को अयोग्य करार देकर हटाया गया।
जांच में यह भी पता चला है कि इस जमीन में बर्खास्त बिशप पीसी सिंह के सबसे करीबी सुरेश जैकब की भी भागीदारी है। इससे जुड़े दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू के हाथ लग गए है। जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि सुरेश जैकब की परेशानी और बढ़ सकती है। ईओडब्ल्यू ने मिशन स्कूल सिवनी की प्राचार्य को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके बाद टीम उन लोगों और संस्थाओं से भी पूछताछ कर सकती है, जिनकों मिशन स्कूल सिवनी की जमीन बेची गई।