देवास : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज देवास जिले के खातेगांव में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर खातेगांव को जिला बनाने की मांग पर स्थानीय लोगों से चर्चा कर सबकी सहमति से कदम उठाया जाएगा।
कमलनाथ ने कहा कि ‘शिवराज जी ने 3 दिन पहले पंच क्रांति की घोषणा की, यह क्रांति उन्हें 18 वर्षों बाद याद आई। लाडली बहनों की याद भी उन्हें 18 वर्षों बाद आई। आज जनता को अपने 18 वर्षों का हिसाब नहीं दे पा रहे, विकास यात्रा निकाली गई जिसका 160 से अधिक जगहों पर विरोध हुआ। खातेगांव विधानसभा आज शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में बुरी तरह पिछड़ गई है। शिवराज जी ना केवल घोषणा की मशीन है बल्कि वे झूठ बोलने की भी मशीन है। वे पहले कहते थे किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ फिर स्वयं विधानसभा में स्वीकार किया कि 2700000 किसानों का कर्जा प्रदेश में माफ हुआ है। पहले कहते थे हम ने संबल बंद की थी फिर अंततः विधानसभा में स्वीकार किया कि कांग्रेस सरकार में संबल योजना बंद नहीं हुई थी।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘शिवराज जी 15 महीनों का हिसाब जोर शोर से मांगते हैं परंतु 215 महीनों का हिसाब जनता को नहीं देते। 215 महीनों में इन्होंने 215 घोटाले किए हैं। आज मात्र स्कूलों के पेपर ही लीक नहीं हो रहे स्कूलों की छतें भी लीक हो रही हैं। अतीक अहमद मुद्दे पर कांग्रेस क्या सोचती है उससे ज्यादा जरूरी है देश की जनता क्या सोचती है। इंक्वायरी आर्डर कर दी गई है, अलग-अलग जगहों से दो-तीन अपराधी वहां कैसे पहुंचे उनके पास हथियार कैसे पहुंचे यह महत्वपूर्ण प्रश्न है। हमें इंक्वायरी पूरी हो जाने तक इंतजार करना चाहिए। खातेगांव को जिला बनाने की लंबे समय से मांग उठ रही है स्थानीय लोगों से चर्चा करके और आसपास जनता से चर्चा करके जो खातेगांव के हित में होगा वह कदम हम उठाएंगे। लंबे समय तक हारी हुई सीटों के लिए हमारी रणनीति स्थानीय संगठन तय करेगा हमारे सर्वे चल रहे हैं। हमारे एआईसीसी के सचिव गण हमारे स्थानीय संगठनों से चर्चा कर रहे हैं, स्थानीय संगठन जिस व्यक्ति के साथ होगा उसे हम प्राथमिकता देंगे।’ वहीं रानी कमलापति पर उठे विवाद को लेकर उन्होने कहा कि डॉक्टर गोविंद सिंह ने राजा रानियों सामंतवादी सोच के के संदर्भ में अपना बयान दिया था, रानी कमलापति हमारे आदिवासी समाज की सम्मानित हस्ती थी। उन्होने कहा कि मैं शपथ ग्रहण के लिए सूट नहीं सिलवाता मुख्यमंत्री बनना मेरा लक्ष्य नहीं मेरा लक्ष्य मध्यप्रदेश की सेवा करना और मध्यप्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखना है।