भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीजेपी की विकास यात्रा को ‘निकास यात्रा’ करार दिया है। उन्होने कहा कि ये इनकी फेयरवेल यात्रा है। उन्होने ये बात हरदा जिले के सिराली में पत्रकारों से बात करते हुए कही। उन्होने कहा कि ‘पूरे प्रदेश का सत्यानाश हो रहा है। हमारे नौजवानों का सत्यानाश, कृषि क्षेत्र का और औद्योगिकीकरण का सत्यानाश हो रहा है।’
‘विकास यात्रा नहीं निकास यात्रा’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। ये प्रदेश की तस्वीर सबसे सामने है। सीएम शिवराज सिंह चौहान विकास यात्रा निकाल रहे हैं लेकिन ये असल में निकास यात्रा है। उन्होने कहा कि अगर देश में 100 रुपए का निवेश आता है तो उसका सिर्फ 30 पैसे मध्य प्रदेश में आता है। ये पांच प्रदेशों से घिरा हुआ है लेकिन फिर भी लोग यहां भ्रष्टाचार के कारण निवेश करना नहीं चाहते। यहां भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनाई हुई है।
शिवराज को बताया घोषणा मशीन
बीजेपी पर हमला बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि ‘शिवराज सिंह जी मुझसे पूछते हैं कि आपने अपना वचन पत्र पूरा नहीं किया। मैं इस बात को स्वीकार करता हूं। मेरे पास साढ़े 11 महीने थे , यदि मुझे पूरे 5 साल मिले होते तो वचन पत्र अवश्य पूरा किया होता। शिवराज जी अपने 18 वर्ष का हिसाब नहीं दे पा रहे आज बेरोजगारी में मध्यप्रदेश नंबर वन, किसानों की समस्या ,बीज की बात करें नकली बीज नकली खाद, महिलाओं पर अत्याचार, कमजोर वर्ग पर अत्याचार, कुपोषण में नंबर वन है प्रदेश की।’ उन्होने कहा कि आज प्रश्न केवल चुनाव का नहीं मध्यप्रदेश के भविष्य का है, नौजवानों के भविष्य का है। शिवराज जी हर चुनावी वर्ष में एलान करते हैं कि 1 लाख बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा लेकिन अब तक रिक्त पद भी नहीं भरे गए हैं। उन्होने सीएम शिवराज को घोषणा की मशीन बताते हुए कहा कि सिर्फ मुंह चलाने से प्रदेश नहीं चलता है।
पठान फिल्म को लेकर कही ये बात
फिल्म पठान का विरोध करने के मामले में उन्होने कहा कि ये स्वतंत्र देश है। जिनकी भावनाओं को ठेस पहुंचती है, वे अपना फैसला करें लेकिन विरोध करने से कुछ नहीं होगा। भारत जैसा कोई देश विश्व नहीं है जहां इतनी विविधताएं हैं और फिर भी एकता है। आज हमें एकतरफा ना सोच कर अपनी संस्कृति के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि हमारी संस्कृति सभी को जोड़कर रखने की संस्कृति है। उन्होने कहा कि हमारी संस्कृति पर आक्रमण हो रहा है और ये एक बहुत बड़ा मुद्दा है आगामी चुनाव में कि हम अपनी संस्कृति को कैसे जीवित रखें। उन्होने कहा कि जनता बीजेपी की असलियत समझ गई है और इस बार चुनाव में उसे मुंह की खानी पड़ेगी।