भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। इसमें उन्होने मांग की कि ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के लिए तुरंत राहत राशि का वितरण किया जाए। उन्होने मांग की कि किसानों से बिजली के बकाया बिलों की वसूली रोक दी जाए और फसल ऋण की वसूली भी तुरंत रोकी जाए।

कमलनाथ ने अपने पत्र मं लिखा है कि ‘प्रदेश के मालवा निमाड़ बुंदेलखंड महाकौशल एवं नर्मदा पुरम के अनेक जिलों में प्राकृतिक आपदा घटित हुई है। पिछले 15 दिन से सरकार सिर्फ सर्वे कराने की बात कह रही है और अब तक एक भी किसान को राहत राशि नहीं मिली है। रबी की गेहूं जौ चना मटर सरसों अलसी धनिया ईसबगोल आदि की फसलें या तो खेत में खड़ी थी या थ्रेसिंग के लिए खेत में कटी रखी थी। यह फसलें ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से खराब हो गई हैं। राजस्व पुस्तक परिपत्र का मूल उद्देश्य प्राकृतिक आपदा में तत्काल सहायता के रूप में राहत राशि को प्राकृतिक आपदा घटित होने के तत्काल बाद वितरित किया जाना है। परन्तु यदि 15 दिवस तक सर्वे कार्य ही पूर्ण न हो पाए तो सम्पूर्ण कवायद व्यर्थ है। राहत राशि वितरित नहीं होने के कारण प्रदेशभर के किसान भाईयों में रोष है और सरकार द्वारा अब किसानों की पीड़ा को बढ़ाने के लिए बकाया विद्युत देयकों की वसूली के लिए कुर्की कार्यवाहियां की जा रही है। फसल ऋण को जमा करने की अंतिम तिथि 28 मार्च नियत कर दी गई है। आपदा से पीड़ित किसान भाईयों को सरकार द्वारा और अधिक पीड़ित किया जा रहा है। अतएव आपसे अनुरोध है कि किसान भाईयों की क्षति हुई फसलों की राहत राशि का वितरण अविलंब प्रारंभ कराया जाए।’
