भोपाल : पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक बार फिर प्रदेश के कर्मचारी-अधिकारियों को चेतावनी दी है। उन्होने कहा कि 7-8 महीने बाद कोई बचने वाला नहीं है। उन्होने कहा जब हमारी चक्की चलेगी तो बहुत बारीक पीसेगी। ये बात उन्होने भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित पंचायती राज प्रतिनिधि सम्मेलन में कही। गांवो में अपने संगठन को मजबूत करने के लिए और लोगों से जुड़ने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में पीसीसी चीफ ने एक बार फिर कर्मचारी अधिकारियों को खुली चुनौती दी।
कमलनाथ की चेतावनी
मध्य प्रदेश चुनावी वर्ष में प्रवेश कर चुका है और बीजेपी-कांग्रेस पूरी तरह इलेकश्न मोड में आ चुके हैं। सत्तारूढ़ भाजपा जहां नई योजनाओं, आयोजनों और कार्यक्रमों से लोगों को लुभाने की कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस असंतुष्ट वर्ग से वादा कर रही है कि सत्ता में आते ही वो उनकी हर मांग पूरी करेगी। फिर चाहे ओल्ड पेंशन स्कीम हो या संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी या करणा सेना..कांग्रेस ने सभी से कहा है कि सरकार बनते ही वो उनकी मांगों को प्राथमिकता से पूरा करेंगे। लेकिन सरकार बनने के बाद कुछ लोग उसके निशाने पर भी है और ये बात कमलनाथ लगातार कहते आ रहे हैं।
ये कोई पहली बार नहीं है जब कमलनाथ ने सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों को चेतावनी दी है। इससे पहले भी वो कई बार ऐसा कर चुके हैं। सोमवार को फिर उनके वही तेवर देखने को मिले जब उन्होने मंच से कहा कि ‘7-8 महीने बाद कोई बचने वाला नहीं है। शासकीय कर्मचारियों को अधिकारियों को कहना है कि हम भी हिसाब लेंगे आपका। हमारी भी चक्की चलेगी और बहुत बारीक पीसेगी।’ बता दें कि कमलनाथ लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि सरकारी कर्मचारी अधिकारी शासन के दबाव में और उनके हित में काम कर रहे हैं। इसे लेकर वो पहले भी कई बार चेता चुके हैं। इसी के साथ उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरबाक बनने पर हम महात्मा गांधी के सपने सच करने और राजीव गांधी के बनाए कानूनों का क्रियान्वयन करने पर जोर देंगे। उन्होने कहा कि 15 महीने के शासनकाल में हमने अपनी नीति और नीयत का परिचय दिया था और उसी को हम आगे बढ़ाएंगे।
बीजेपी का पलटवार
वहीं बीजेपी ने इस मामले पर चुटकी लेते हुए कहा है कि जनता को कांग्रेस की असलियत पता है और 8 महीने बाद जनता ही उसकी चक्की पीसेगी। बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘चक्की नाथ कह रहे हैं कि 8 महीने बाद उनकी भी चक्की चलेगी और बारीक पीसेगी,नाथ साहब पिछली बार आपने सब रात पीसा था और पारे में सकेला था। अबकी बार न चक्की चलेगी न पिसाई होगी क्योंकि एक बार लट्टू फुक गया तो दुबारा नहीं जलता। मध्यप्रदेश की जनता जान चुकी है कि इन तिलों में तेल नहीं है।’