भोपाल। महिला बाल विकास विभाग की पूर्व मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता रंजना बघेल ने आईएएस अधिकारी अशोक शाह को आड़े हाथों लिया है। उनका कहना है कि अशोक शाह जैसे अधिकारी बिना अध्ययन के कुछ भी बयान दे देते हैं और इससे सरकार व प्रदेश की छवि खराब होती है। उन्होंने अशोक शाह के बयान को महिलाओं और बेटियों के लिए अपमानजनक बताया है।
मध्य प्रदेश सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग की कमान संभाल चुकीं बीजेपी की वरिष्ठ नेता रंजना बघेल आईएएस अधिकारी और महिला बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक शाह के बयान को लेकर गुस्से में हैं। उनका कहना है कि आखिर अशोक शाह जैसे अधिकारी बिना किसी अध्ययन के ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान कैसे दे सकते हैं! रंजना बघेल का कहना है कि हर मां हर स्थिति में अपने बच्चे को अपना दूध पिलाती है चाहे वह बेटा हो या बेटी। उन्होने कहा कि अगर किसी महिला का ऑपरेशन के माध्यम से बेबी होता है उस स्थिति में भी कोशिश की जाती है कि मां का दूध चम्मच के माध्यम से बच्चों को पिलाया जाए। रंजना ने यह भी कहा कि आधुनिक से आधुनिक महिला भी कम से कम 4 से 6 महीने तक अपने बच्चे को दूध पिलाती है। उन्होंने बताया कि जब वे 2008 में मंत्री बनी थी तब उन्होंने शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के दौरे के लिए और हर स्थिति में यह पाया कि कहीं भी ऐसा मामला सामने नहीं आया कि मां अपने बच्चे या बच्ची को दूध ना पिलाएं।
रंजना बघेल ने कहा कि जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार बहनों और बेटियों के लिए काम कर रहे हैं और उन्हीं के साथ प्रयासों का नतीजा है कि आज मध्य प्रदेश में कई जिलों में लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में बढ़ रही है। वहीं अशोक शाह जैसे अधिकारी इस तरह के गैर जिम्मेदाराना बयान देकर न केवल सरकार की बल्कि प्रदेश की छवि को भी खराब कर रहे हैं। अशोक शाह जैसे अधिकारी बिना किसी जानकारी के और अध्ययन किए कुछ भी बयान दे रहे हैं, यह बेहद लज्जाजनक है और अपमानजनक भी। उन्होने कहा कि इस बयान से महिलाएं और बेटियां दोनों आहत हुई हैं।