भोपाल : आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का स्थापना दिवस है। देश की सबसे पुरानी पार्टी आज 138 वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली में राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यालय में ध्वजारोहण किया। इस दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद राहुल गांधी सहित कई नेता एवं कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के सबको साथ लेकर चलने के समावेशी रुख के चलते भारत आगे बढ़ा। उन्होने कहा कि पार्टी ने हमेशा भारत की जनता के विकास और हित के लिए कार्य किया है। वहीं राहुल गांधी ने कहा हैं कि ‘मुझे गर्व है, मैं ऐसे संगठन का हिस्सा हूं जिसने हर परिस्थिति में सत्य, अहिंसा और संघर्ष का रास्ता चुना और हर कदम हमेशा लोकहित में उठाया।’
कांग्रेस का 138वां स्थापना दिवस
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को बॉम्बे (मुंबई) में दास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुई थी। कांग्रेस के संस्थापक महासचिव एओ ह्यूम थे। स्थापना के समय वहां 72 प्रतिनिधि उपस्थित थे।। वरिष्ठ नेता व्योमेश चंद्र बनर्जी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था। हर साल 28 दिसंबर को कांग्रेस अपना स्थापना दिवस मनाती है। आज पार्टी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘कांग्रेस एक आंदोलन है। कांग्रेस भारत के लोगों की आवाज है। स्थापना से लेकर आज तक कांग्रेस का मुख्य ध्येय सिर्फ राष्ट्रहित और जनसेवा ही रहा है। भारत का इतिहास जिस पार्टी के त्याग, समर्पण और सशक्त नेतृत्व क्षमता से अलंकृत है, वही पार्टी देश के सुनहरे भविष्य की फिर कहानी लिखेगी।’ इस साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस जनता से जुड़ने का अभिनव प्रयास कर रही है। इस लिहाज़ से ये साल और महत्वपूर्ण हो जाता है।
कमलनाथ के लोकलुभावन वादे
मध्यप्रदेश में भी आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कांग्रेसी नेताओं ने ध्वजारोहण किया और राष्ट्रीय गीत “वन्दे मातरम” गाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 138 वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएँ- कांग्रेस की विचारधारा, आज़ादी के संघर्ष से लेकर आज तक देश नवनिर्माण की ख़ातिर क़ुर्बान होने और संघर्ष करने के लिए हमें सदैव प्रेरित करती है। “मज़बूत कांग्रेस, मज़बूत भारत”।’
आने वाले साल में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है और इस लिहाज से 2023 बेहद महत्वपूर्ण है। कांग्रेस लगातार प्रदेश में कई घोषणाएं कर रही है। पहले उसने हड़ताली संविदा स्वास्थ्यकर्मियों से वादा किया कि कांग्रेस की सरकार बनने पर उनकी मांगें प्राथमिकता से पूरी की जाएंगी। अब पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘हमने विधवा बहनों की पेंशन को ₹300 से बढ़ाकर ₹600 रूपये किया और हम इसे 1000 रूपये करने जा रहे थे। सौदेबाज़ी से हमारी सरकार गिरा दी गई और जरूरतमंद बहनों का ₹1000 महीने पेंशन का हक़ मारा गया। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही हम विधवा पेंशन को बढ़ाकर ₹1000 महीना करेंगे।’ 2018 में कांग्रेस ने दो लाख रुपये की कर्जमाफी और पुरानी पेंशन लागू करने का वादा किया था। इस वादे को भी उन्होने दोहराया है और कहा है कि जीतने पर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी।