नई दिल्ली : केन्द्र की मोदी सरकार ने 1 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को बड़ा तोहफा दिया है।मोदी सरकार ने कर्मचारियों पेंशनरों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी की बढोत्तरी कर दी है, जिसके बाद कर्मचारियों का कुल डीए 38 फीसदी से बढ़कर 42 फीसदी हो गया है। आज कैबिनेट कमिटी ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) की बैठक में डीए की नई दरों को मंजूरी दी गई है। नई दरें 1 जनवरी 2023 से लागू होंगी, ऐसे में कर्मचारियों को जनवरी फरवरी का एरियर भी मिलेगा।यह डीए और डीआर में बढ़ोतरी जनवरी 2023 से लेकर जून 2023 यानी पहली छमाही के लिए होगी।
दरअसल, केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों का साल में 2 बार महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है, डीए की दरों में कितना इजाफा होगा, यह लेबर मिनिस्ट्री द्वारा जारी AICPI के आंकड़ों पर निर्भर करता है। पिछली छमाही में सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में चार फीसदी का इजाफा किया था, इसके बाद कर्मचारियों का डीए 34 फीसदी से बढ़कर 38 फीसदी हो गया था और अब 4 फीसदी वृद्धि के बाद 42 फीसदी हो गया है। मार्च की सैलरी में 42 फीसदी महंगाई भत्ते के भुगतान होने की संभावना है, इसमें कुल मिलाकर 1440 रुपए का भुगतान अलग से होगा।
1 करोड़ कर्मचारियों-पेंशनरों को मिलेगा लाभ
यह बढ़ोतरी न केवल सेवा में मौजूद कर्मचारियों के लिए दी जा रही है बल्कि सेवानिवृत्त पेंशन धारियों को भी दी जाएगी। इसका लाभ 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को होगा। इस ऐलान से सरकार पर हर साल 12,815 करोड़ रुपए का वित्तीय भार पड़ेगा। ये बढ़ोतरी 7वें वेतन आयोग के सिफारिशों के आधार पर तय फॉर्मूले के बेसिस पर की गई है। केंद्र सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ता यानी डियरनेस एलाउंस और डियरनेस रिलीफ यानी महंगाई राहत की समीक्षा कर उसे बढ़ाती है।
केन्द्रीय मंत्री ने दी जानकारी
केंद्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बढ़ोतरी की जानकारी दी है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि इस बढ़ोतरी की वजह से सरकार पर 12000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बोझ आएगा। महंगाई राहत में बढ़ोतरी का फैसला एक जनवरी 2023 से लागू माना जाएगा। बता दे कि केंद्र सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ता यानी डियरनेस एलाउंस और डियरनेस रिलीफ यानी महंगाई राहत की समीक्षा कर उसे बढ़ाती है।
जानिए सैलरी में कितना होगा इजाफा
- अगर डीए 42% हो जाता है तो कर्मचारी को DA के तौर पर 7,560 रुपये मिलेंगे। यानी उसे 720 रुपये अधिक मिलेंगे। यानी साल के हिसाब से 8,640 रुपये का फायदा होगा। अगर किसी सरकारी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 56,000 रुपये है तो 38% के दर से DA 21,280 रुपये मिलता है। 4 फीसदी बढ़ोतरी के बाद यह यह 23,520 रुपये हो जाएगा। सालाना 26,880 रुपये का फायदा होगा।
- यदि आपकी बेसिक सैलरी 25,000 रुपये है तो आपको फिलहाल 9500 रुपये महंगाई भत्ता मिल रहा होगा। लेकिन 42 प्रतिशत डीए होने पर यह 10500 रुपये हो जाएगा,यानी सालाना आपकी सैलरी में 12,000 रुपये का इजाफा होगा।
- अगर किसी केंद्रीय कर्मचारी का बेसिक सैलेरी 25500 रुपये है।38 फीसदी डीए के हिसाब से अभी 9690 रुपये मिलता है। डीए अगर 42 फीसदी हो जाता है महंगाई भत्ता बढ़कर 10,710 रुपये हो जाएगा, यानि हर महीने 1020 रुपये वेतन बढ़ जाएगा।
- यदि किसी केंद्रीय कर्मचारी का बेसिक-पे 1,8000 रुपए है, तो 38 फीसदी के हिसाब से 6,840 रुपये का महंगाई भत्ता बनता है। अब डीए 42 फीसदी होने के बाद कर्मचारी का डीए बढ़कर 7,560 रुपये हो जाएगा, अधिकतम बेसिक-पे के हिसाब से देखा जाए, तो 56,000 रुपये के आधार पर महंगाई भत्ता 21,280 रुपये बनता है। अब इसमें चार फीसदी की बढ़ोत्तरी के हिसाब से देखा जाए, तो ये उछलकर 23,520 रुपये हो जाएगा, ऐसे में मिनिमम बेसिक सैलरी वाले कर्मचारियों को हर महीने 720 रुपये और सालाना 8,640 रुपये का लाभ होगा.
- किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 30,000 रुपये प्रति माह है तो उनकी सैलरी में हर महीने 1200 रुपये का इजाफा होगा, इस हिसाब से सालाना ग्रॉस सैलरी में 14,400 रुपये की बढ़ोतरी होगी। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 2.50 लाख रुपये प्रति माह है तो उनकी सालाना सैलरी में 1,20,000 रुपये का इजाफा होगा।