अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को राज्य में बड़ा झटका लगा है। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने बुधवार को 37 और प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की। पार्टी ने आणंद जिले की पेटलाद सीट से 6 बार के विधायक निरंजन पटेल को टिकट नहीं दिया है। टिकट ने मिलने से नाराज निरंजन पटेल ने पार्टी से सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
पार्टी की प्रदेश ईकाई में कोषाध्यक्ष के रूप में कार्यरत पटेल 1990 में पहली बार जनता दल के टिकट पर विधायक चुने गए। इसके बाद 1995, 1998, 2007, 2012 और 2017 के चुनाव में जीत दर्ज की। वे सिर्फ 2002 के गोधरा कांड के बाद हुए चुनाव में हार गए थे। पटेल की जगह पार्टी ने डॉ प्रकाश परमार को उतारा है।
मिली जानकारी के मुताबिक पेटलाड विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक निरंजन पटेल ने अपना इस्तीफा गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर को भेज दिया है। बताया जाता है कि निरंजन पटेल ने पेटलाड विधानसभा सीट से अपने या अपने बेटे के लिए टिकट मांगा था। हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने डॉ प्रकाश परमार की मांग को मानते हुए इस सीट से उन्हें टिकट दिया है। ऐसे में पेटलाड सीट पर टिकट न मिलने से नाराज निरंजन पटेल ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
पटेल के साथ-साथ मेहसाणा जिले की बेचराजी सीट से विधायक भरतजी ठाकोर की जगह भोपाजी ठाकोर को टिकट दिया है। अहमदाबाद जिले की धंधुका सीट से विधायक राजेश गोहिल का भी टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह गुजरात प्रदेश युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल सिंह चुड़ास्मा को मैदान में उतारा गया है।
कई और विधायकों ने दिया इस्तीफा
यहां के तलाला निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक भगवानभाई डी बराड ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष डॉ निमाबेन आचार्य को अपना इस्तीफा सौंपा। इससे पहले कांग्रेस को मंगलवार को एक और बड़ा झटका लगा था। गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता व 11 बार के विधायक मोहन सिंह राठवा ने अपने बेटों राजूभाई राठवा व रंजीत भाई राठवा के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वह सभी नेताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके कुछ देर बाद ही इंडियन ओवरसीज कांग्रेस प्रभारी हिमांशु व्यास भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए।