ग्वालियर : कलेक्टर की जनसुनवाई में आज एक बार फिर हडकंप मच गया, अपनी समस्या लेकर पहुंचे एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया लेकिन जनसुनवाई में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक लिया और किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो पाई। ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में पिछले मंगलवार जैसा ही घटनाक्रम आज फिर हो गया, आज मंगलवार 17 जनवरी को जनसुनवाई शुरू हुई, लोग अपनी समस्या लेकर आ रहे थे और प्रशासन के अधिकारी उसके निराकरण के निर्देश दे रहे थे, तभी अचानक एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डाल लिया और आत्मदाह का प्रयास करने लगा ।
युवक के ऐसा करते ही जनसुनवाई कक्ष में हडकंप मच गया, युवक के पास मौजूद लोगों ने देखा तो उसे पकड़ने का प्रयास किया तभी वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने युवक को पकड़ लिया उसके हाथ से पेट्रोल की बोतल छीनी, वो कुछ अप्रिय कर पाता उससे पहले ही उसे जनसुनवाई कक्ष ने बाहर कर दिया।
बताया जा रहा है कि युवक को पट्टे पर जमीन दी गई थी, लेकिन युवक सड़क के पास कहीं पट्टे की मांग कर रहा था। इस बात से नाराज युवक ने जनसुनवाई के दौरान अचानक पेट्रोल डाल लिया। हांलाकि कोई अनहोनी हो उसके पहले ही युवक को पुलिस ने पकड़ लिया गया।
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले पिछले जनसुनवाई में 10 जनवरी को सुनीता आदिवासी नमक महिला ने ठीक इसी तरह आत्मदाह का प्रयास किया था, सुनीता ने जनसुनवाई कक्ष में खुद पर केरोसिन (मिटटी का तेल) डाल लिया था लेकिन उसे वहां मौजूद एसडीएम सीबी प्रसाद ने पकड़ लिया था और सुरक्षा कर्मियों की मदद से जनसुनवाई कक्ष के बाहर कर दिया, आपको बता दें कि सुनीता इस बात से नाराज थी कि वो मोगिया जाति से है जो आदिवासी है, प्रशासन ने पहले उसका ST का जाति प्रमाणपत्र बनाया था फिर निरस्त कर दिया फिर SC का जाति प्रमाणपत्र बनाने के लिए कह रहे हैं, सुनीता के साथ करीब 50 आदिवासी महिलाएं थी जिनके साथ यही समस्या थी, इस मामले कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को राज्य मानव अधिकार आयोग नोटिस थमा चुका है ।अपडेट जारी है