ग्वालियर : मप्र भाजपा को चुनावों से पहले झटके लग रहे हैं, पूर्व मंत्री दीपक जोशी द्वारा पार्टी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद अब एक और पूर्व मंत्री ने बगावती तेवर दिखाए हैं हालाँकि उन्होंने पार्टी से बगावत की बात नहीं की है ना पार्टी छोड़ने का फैसला किया है लेकिन उन्होंने टिकट को लेकर बड़ी बात कही है और कहा है कि यदि पार्टी ऐसा काम करती है तो वे काम नहीं करेंगे।
विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर में भाजपा के लिए उसके ही नेता संकट खड़ा कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर चल रही उस चर्चा को बल दे रहे हैं जिसमें ये कहा जा रहा है कि भाजपा के नेता ही इस बार भाजपा को हराएंगे, आज पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह का जो बयान आया उसने चर्चाओं का बाजार और गर्म कर दिया है।
नारायण सिंह के समर्थकों ने मनाया उनका जन्मदिन
ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से तीन बार के विधायक और प्रदेश सरकार में लम्बे समय तक कैबिनेट मंत्री रहे नारायण सिंह कुशवाह भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं आज उनका जन्मदिन हैं, नारायण सिंह समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके घर पहुंचकर जन्मदिन मनाया और उन्हें शुभकामनायें दी।
मीडिया से बात करते हुए जब टिकट वितरण का सवाल आया तो नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि यदि पार्टी मुझे टिकट देगी तो मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूँ लेकिन यदि पार्टी ने पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता को टिकट दिया तो मैं इस विधानसभा में उनके लिए काम नहीं करूँगा, पार्टी मुझे भले ही किसी दूसरी विधानसभा में भेज दे मैं काम करूँगा लेकिन यहाँ प्रचार नहीं नहीं करूँगा।
कांग्रेस की जीत का किया दावा
पूर्व मंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि पार्टी यदि अनूप मिश्रा या किसी और को प्रत्याशी बनाती है तो वे कम करेंगे और उसे जिताएंगे लेकिन समीक्षा गुप्ता को टिकट दिया तो वे अपनी विधानसभा में पार्टी के लिए वोट नहीं मांगेंगे, वे यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि यदि पार्टी ने समीक्षा गुप्ता को टिकट दिया तो पहले से ज्यादा हजारों वोटों से हारेंगी और कांग्रेस की जीत होगी।
उन्होंने कहा कि समीक्षा गुप्ता को पार्टी ने पार्षद बनाया , महापौर बनाया, उनके परिवार में कई लोगों को भाजपा ने ही पार्षद बनाया, मान सम्मान दिया और फिर वो टिकट नहीं मिलने पर गद्दारी कर पार्टी छोड़ गई , तो जो जैस करता है उसे वैसा जवाब तो मिलना चाहिए, यहाँ बता दें कि चुनाव हारने के बाद पार्टी ने समीक्षा गुप्ता को वापस पार्टी में शामिल कर लिया था , मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद उनकी वापसी कराई थी।
पिछले चुनाव में नारायण सिंह को मिली थी हार
गौरतलब है कि 2018 के चुनाव में भाजपा ने नारायण सिंह कुशवाह को चौथी बार अपना प्रत्याशी बनाया था तब इनके टिकट का पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने विरोध किया था और पार्टी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था जिसका परिणाम ये हुआ कि कांग्रेस से पहली बार मैदान में उतरे प्रवीण पाठक 121 वोटों से चुनाव जीत गए और लगातार तीन बार से चुनाव जीत रहे नारायण सिंह चुनाव हार गए, तभी से उनके मन में समीक्षा गुप्ता के प्रति तल्खी है जो अब चुनाव से पहले अल्टीमेटम के रूप में बाहर आ गई है।
पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने दिया ये जवाब
नारायण सिंह कुशवाह के इस बयान पर पूर्व महापौर समीक्षा ने नारायण सिंह कुशवाह को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि हम सब पार्टी के कार्यकर्ता है पार्टी जहाँ कहेगी वहां काम करना होगा, मुझे भरोसा है कि नारायण सिंह भी ऐसा ही करेंगे। समीक्षा गुप्ता ने कहा कि वैसे भी नारायण सिंह कुशवाह जी पर बड़ी जिम्मेदारी है वे पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, उन्हें तो जहा पार्टी भेजेगी काम करना ही होगा। बहरहाल विधानसभा चुनाव से भाजप आमीन ये अंदरूनी खींचतान कांग्रेस को बहुत सुकून दे रही है और इसीलिए उसका हर नेता दावा कर रहा है कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी ।