ग्वालियर: ग्वालियर कलेक्टर कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान मंगलवार को एक आदिवासी महिला ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर खुदकुशी करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने जैसे-तैसे महिला की जान बचाई। इस महिला का जाति प्रमाण पत्र निरस्त हो गया है, जिससे वह नाराज है। इस महिलाओं के साथ समाज में अन्य महिलाएं भी जनसुनवाई में कलेक्टर कार्यालय पहुंची थी।
दरअसल, पिछले दिनों आदिवासी महिलाओं के जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिए गए थे। इस बात को लेकर आदिवासी महिलाओं में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। मंगलवार को मोगिया समाज की आदिवासी महिलाएं एकजुट होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। कलेक्टर कार्यालय में जन सुनवाई चल रही थी।
जनसुनवाई के दौरान एक आदिवासी महिला ने खुद के ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर खुदकुशी करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने जब यह नजारा देखा तो फुर्ती दिखाते हुए महिला के हाथ से मिट्टी के तेल की बोतल छुड़ाई और महिला को खुदकुशी करने से रोका। महिलाएं जनसुनवाई में काफी देर तक हंगामा करती रही।
बता दें कि प्रशासन ने पूर्व में हंगामा करने वाली महिलाओं के SC के जाति प्रमाण पत्र बनाए थे। इसके 2 महीने बाद जाति प्रमाण-पत्र निरस्त कर दिए। इसके विरोध में एक दर्जन से अधिक महिला एक साथ जनसुनवाई में कलेक्टर के पास गई।