फतेहपुर : हिमाचल प्रदेश में बागियों का मुद्दा चर्चा में है। खबर है कि भारतीय जनता पार्टी को मुश्किल से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मैदान में उतर गए हैं। हाल में में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कथित तौर पर पीएम पहाड़ी राज्य के एक बागी को समझा रहे थे। हालांकि, इस वीडियो की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है और न ही प्रधानमंत्री कार्यालय से इसपर टिप्पणी की गई है।
भाजपा के पूर्व सांसद कृपाल परमार फतेहपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। खबर है कि वह फतेहपुर उपचुनाव में नहीं उतारे जाने के बाद से ही पार्टी से नाराज चल रहे थे। साथ ही वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पर भी सवाल उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘नड्डा जी ने 15 सालों तक मेरा अपमान किया है।’ उनका कहना है, ‘मैं लड़ामें हूं, भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार के साथ नहीं। यह चुनाव मेरे और कांग्रेस उम्मीदवार के बीच है।’ परमार ने चैनल को बताया कि कॉल फर्जी नहीं था और पीएम मोदी ने उन्हें 30 अक्टूबर को कॉल किया था।
उन्होंने कहा, ‘हम एक दूसरे को 25 सालों से जानते हैं। जब वे हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे और मैं उपाध्यक्ष था, तो हम काफी साथ घूमे और साथ रहे। उनके साथ मेरे पारिवारिक संबंध हैं। मैं उन्हें अपना भगवान मानता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अभी भी चुनाव लड़ रहा हूं। मैंने मोदी जी को कहा कि अगर वह एक दिन पहले या एक सेकंड पहले भी फोन कर देते, तो मैंने नाम वापस लिया होता। उन्होंने कहा कि उन्हें उसी दिन बताया गया। उन्हें बाद में बताया गया, यह भी साजिश का हिस्सा है।’
वायरल वीडियो में भी फोन के दूसरी तरफ से आवाज जा रही है, ‘अगर मोदी का तुम्हारे जीवन में कोई रोल है…’ इसपर परमार जवाब दे रहे हैं, ‘बहुत रोल है।’ आगे सुनाई दे रहा है, ‘इस फोन कॉल की कीमत को कम मत आंकना।’ परमार ने जवाब दिया, ‘नहीं, यह कॉल मेरे लिए भगवान का आदेश है।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि साल 2017 में क्या हुआ। किसी ने मुझे नहीं बताया कि क्या हुआ। उन्होंने मुझे उम्मीदवार के तौर पर खड़ा करना बंद कर दिया है। पार्टी में लोग मेरा मजाक उड़ाने लगे।’ खबर है कि 68 सीटों वाली विधानसभा में करीब 30 बागी उम्मीदवार मैदान में हैं।