भोपाल : मध्य प्रदेश के अशोकनगर में करीला मेले में आई राई नृत्यांगनाओं का HIV टेस्ट कराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इसपर आपत्ति जताई है और कलेक्टर को नोटिस भेजकर 5 दिन में जवाब मांगा है। लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री को इस मामले की जानकारी ही नहीं है। उनसे जब इस बारे में सवाल किया गया तो उनका कहना था कि ‘मैं पूरी घटना का पता लगा लूं फिर आपसे बात करती हूं।’ अब इस मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है और माफी मांगने की मांग की है।
घटना से अनजान मंत्रीजी
अशोकनगर जिले में करीला का राई मेला माता जानकी के नाम से सदियों से लगता रहा है। मान्यता है कि मां जानकी ने इसी स्थान पर लव कुश को जन्म दिया था और लव कुश के जन्म पर स्वर्ग से उतरकर अप्सराओं ने यहां नृत्य किया था। इसी लोकधारणा को परंपरा के तौर पर सदियों से निभाया जा रहा है। आज भी लोग यहां मन्नत मांगते हैं और उनके पूरा होने पर राई नृत्य कराते हैं। इसी मेले में आई राई नृत्यांगनाओं का प्रशासन द्वारा एचआईवी टेस्ट करवाया गया, जिस मामले पर अब बवाल हो रहा है। आश्चर्य की बात ये है कि मध्य प्रदेश सरकार में पर्यटन, संस्कृति, और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर को मामले की जानकारी ही नहीं है। पत्रकारों ने जब उनसे इस घटना को लेकर सवाल किया तो उनका कहना था कि ‘मैं पूरी डिटेल ले लूं, फिर आपके साथ बात करूंगी। पहले पूरी घटना का पता लगा लूं।’ इस तरह इतनी बड़ी घटना हो जाने और उसपर विवाद खड़ा होने के बाद भी मंत्रीजी का इस तरह पूरे मामले से नावाकिफ़ रहना अपने आप में एक बड़ा सवाल है।
कांग्रेस ने घेरा
ये सवाल अब कांग्रेस भी उठा रही है। पूर्व मंत्री और राधौगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा है कि ‘करीला माता बहुत प्राचीन स्थान है। दूर दूर से लोग वहां दर्शन करने आते हैं। इस तरह की टेस्टिंग कराने से बहुत गलत संदेश जाता है। जो भी ये लोग हैं चाहे प्रशासन के लोग हों या वहां के मंत्री हों, ये माफी मांगे।’ वहीं मंत्रीजी को इसकी जानकारी नहीं होने की बात पर उन्होने कहा कि ‘भाजपा के राज में यही हाल है।’ बहरहाल, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि एचआईवी टेस्ट के मामले के गर्माने के बाद अब ये बात भी तूल पकड़ ले कि संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री को इतने बड़े मामले की जानकारी तक नहीं है।