भोपाल। मध्यप्रदेश में 6000 पुलिस कॉन्स्टेबल की भर्ती के परिणाम जारी किए जा चुके हैं। फिजिकल पूरी होने के साथ ही उनके भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसी बीच मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि आगे आने वाले समय मध्य प्रदेश में 7500 पुलिस कांस्टेबल के पदों पर भर्ती की जाएगी। मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए यह बेहद ही अच्छी खबर है।
इसके साथ ही राज्य सरकार ने युवाओं को बड़ी राहत दी है। दरअसल पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती 2020 और पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2022 के नियमों में काफी अंतर देखने को मिलेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुसार शारीरिक दक्षता परीक्षा को नई भर्ती में पीईटी के मार्क्स के रूप में देखा जाएगा। दरअसल पहले शारीरिक दक्षता परीक्षा को क्वालीफाइंग नंबर के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब नहीं पुलिस परीक्षा में 50 फीसद अंक लिखित परीक्षा जबकि 50% अंक पीईटी के होंगे।
वैसे युवाओं जो जितना अच्छा फिजिकल टेस्ट पास करेंगे उन्हें उतने अच्छे नंबर से नवाजा जाएगा फिटनेस के लिए युवाओं को अतिरिक्त अंक प्रदान किए जाएंगे। साथ ही फिजिकल टेस्ट के लिए स्लैब भी तैयार किया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले साल 2020 में 6000 पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती में दौड़ गोला फेंक और लंबी कूद के नियम तय किए गए थे। कॉन्स्टेबल जीडी के लिए उम्मीदवारों को 2 मिनट 45 सेकेंड में 800 मीटर की दौड़ लगानी होती थी। इसके अलावा 19 फीट 7.26 किलोग्राम का गोला फेंकना होता था। साथ ही 13 फीट की लंबी कूद मारी होती थी।
वहीं अब इसी महीने 75 से 4 पदों पर कॉन्स्टेबल की भर्ती निकलने की संभावना तेज हो गई है। इसी संभावना के तहत यह नियम लागू किया जा सकता है कि जो जितने कम समय में 800 मीटर की दौड़ पूरी करेगा और जितना दूर तक गोला फेंके का उसे उतने अधिक अंक प्राप्त होंगे।
इसके अलावा पूर्व के नियम के तहत पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती में लिखित परीक्षा में असफल होने वाले उम्मीदवार को पीईटी में मौका नहीं मिलता था लेकिन अब नहीं नियम के तहत कॉन्स्टेबल भर्ती में उम्मीदवारों को दोनों लिखित और PET में मौका दिया जाएगा। दोनों परीक्षाओं में पचास पचास फीसद वेटेज निर्धारित किए जाएंगे। निसंदेह इससे मध्य प्रदेश के युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में बदले नियम के तहत उन्हें बड़ा लाभ मिल सकता है।