भारत के 125 करोड़ की आबादी में 80 करोड़ लोगों के पास खाने को राशन नहीं है..80 करोड़ लोग 5 किलो फ्री अनाज पर पल रहे हैं..इसी बीच गुजराती भाई अडाणी दुनिया के पांचवे सबसे अमीर आदमी हो चुके हैं..भारत में नंबर हो चुके हैं..अडाणी भाई को बहुत बहुत बधाई..इसीलिए कहते हैं..किसी के बनने और बिगड़ने में दोस्तों का बहुत बड़ा हाथ होता है..मोदी जी से अडाणी जी की दोस्ती रंग लाई है
अब दोनों दोस्तों का दुनिया में डंका बज रहा है..अडाणी वर्तमान समय में भारत माता के प्रथम वरियता वाले दत्तक पुत्र हैं..भारत सरकार कर्ज किसका माफ करेगी अडानी का..सड़क बनाने के ठेके किसे मिलेंगे अडानी को..बड़ी सड़कों पर टोल कौन लगाएगा..अडाणी..टोल लगाकर मनमाने पैसे कौन वसूलेगा..अडाणी..सरकारी नीतियां बदलकर सरकार फायदा किसको पहुंचाएगी अडाणी को..एयरपोर्ट कौन खरीदेगा अडाणी..एयरपोर्ट पर पार्किंग से भी वसूली कौन चालू कर देगा..अडाणी..भारत की कोयला खदानें किसे मिलेंगी
अडाणी को..सरकार अडाणी की..अडाणी सरकार के..जो बिकेगा..वो अडाणी खरीदेंगे..अडाणी नहीं खरीदेंगे तो दूसरा पाएगा..तो बड़ा आदमी कौन बनेगा..ऐसा नहीं है कि अडाणी सिर्फ ले ही रहे हैं..राजनीति की सबसे अनिवार्य वस्तु चंदा भी देते हैं..भारत 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बने या ना बने अडाणी 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बन जाएंगे..भारत की अनबिकी कंपनियों की कसम हम एलन मस्क को बहुत दिनों तक नंबर एक पर नहीं रहने देंगे..भले ही 125 लोगों को भी रोजगार पर नहीं 5 किलो फ्री अनाज पर ही जिंदा रखना पड़े
जब कोरोना में खुद भारत की जीडीपी जीभ निकालकर जमीन चांट गई..जब भारत की सरकार इस दरिद्रता के स्तर पर पहुंच चुकी है कि सरकारी कंपनियां बेच बेचकर पैसे इकट्ठे कर रही है..तब भारत देश के एक बिजनेस मैन के पास इतने पैसे कहां से आ रहे हैं..ये भी कमाल है कि देश के पास पैसे नहीं है..अडानी दादा के पास हैं
मुझे आर्थिक मामलों की ज्यादा जानकारी नहीं है..पत्रकार हूं समाजिक मामलों की समझ रखती हूं..जिस देश में एक एक फाइल आगे खिसकाने में सरकार और सरकरी बाबू स्टार्टअप लगाने वाले की पतलून ढीली कर देते हैं..तब अडानी जी के लिए लाल कारपेट बिछी हुई है..अडानी जी जहां चाहते हैं भारत सरकार झुककर मानती है.
यहां तक कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आए थे..और उनका स्वागत अडानी भाई कर रहे थे..कुछ तो बात होगी भाई में कि मोदी जी साइड हो लिए..वर्ना जॉनसन भारत के मेहमान थे अडानी के तो थे नहीं.. 125 कोरोड़ की आबादी में सरकार का एक ही प्यारा लल्ला है और 5 किलो राशन पर पलने वालों के बीच उसकी अमीरियत का हल्ला है
रतन टाटा..आनंद महिंद्रा वगैरह सब स्वदेश की बात करते हैं..राष्ट्र की बात करते हैं…दान धर्म भी करते है फिर भी पीछे रह गए..क्यों..क्योंकि इनमें एक बात नहीं है..जो अडाणी भाई में है..जो अंबानी भाई में है..ये लोग भी गुजरात में पैदा होते..तो बिजनेस अपने आप दौड़ता..पड़ोसी को फायदा होगा या मुंबई वालों को फायदा होगा..खैर अडाणी जी दुनिया के पांचवे नंबर के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं
अडानी भईया की कुल नेट वर्थ 123 अरब डॉलर पहंच गई है..123 अरब डॉलर को भारतीय रुपए में कन्वर्ट करके कमेंट में बताईये इसमें कितने जीरो लगेंगे..अडाणी जी और आगे बढ़ें..मेहनत करें इसकी शुभकामनाएं..सरकार बाकी उद्योग चलाने वालों से सौतेला व्यहवार ना करे..इसकी अपील है..गुजरात में जन्म नहीं लिया तो क्या हुआ..बाकी उद्योगपति भी भारतीय ही हैं।