मध्य प्रदेश के खूबसूरत शहरों में शुमार होशंगाबाद का नाम सदियों पहले नर्मदापुरम् ही था लेकिन बाद में इसका नाम नर्मदापुरम् से बदलकर होशंगाबाद कर दिया गया था। दरअसल, जानकारों के अनुसार, नर्मदा नदी के किनारे बसे होने के कारण इस शहर का नाम नर्मदापुरम् रखा गया था। लेकिन बाद मालवा के पहले इस्लामिक शासक माने जाने वाले होशंग शाह ने इसका नाम बदल दिया था।
कौन है होशंग शाह
इतिहास की मानें तो होशंग शाह मांडू का पहला सुल्तान था. उसने 1404-1435 तक यहां राज किया. होशंग शाह मालवा क्षेत्र का औपचारिक रूप से नियुक्त प्रथम इस्लामिक राजा था. मालवा का राजा घोषित होने से पहले होशंगशाह को अल्प खां नाम से जाना जाता था. उसके पिता दिलावर खां का दिल्ली के सुल्तान फिरोज शाह तुगलक के दरबार से संबंध रहा था. दिलावर खां को तुगलकों ने मालवा का राज्यपाल नियुक्त किया था. जब होशंग शाह मालवा का राजा बना तो 1405 ईस्वी में उसने अपने नाम पर नर्मदापुरम का नाम होशंगाबाद रखा.