राजधानी भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर एक बार फिर चर्चा में हैं। शराब को कभी औषधि तो कभी ज़हर करार देनेवाली प्रज्ञा ठाकुर ने अब टॉयलेट में वाइन शॉप खोलने की सलाह दी है। मामला दरअसल, संपदा रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी से जुड़ा हुआ है। यहां के रहवासियों ने पीरिया चौराहे की शराब दुकान को शिफ्ट करने की मांग की थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ स्थानीय लोग सांसद प्रज्ञा ठाकुर के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे कि उनकी सोसाइटी के पास में शराब का ठेका है, जिससे काफी परेशानी हो रही है। शराब की दुकान को वहां से हटा दिया जाए। रहवासियों की अपील पर प्रज्ञा ठाकुर ने एमपी नगर इलाके के एसडीएम आकाश श्रीवास्तव को अपने बंगले तलब किया।
प्रज्ञा ठाकुर ने लोगों के सामने ही एसडीएम को फटकारते हुए कहा कि, ‘शराब की दुकान खोलने की कोई जगह नहीं बची है, तो शौचालय में खोल लें, शायद चल जाए। किसी भी बस्ती के नजदीक नहीं होना चाहिए, किसी भी सार्वजनिक प्लेस पर नहीं होना चाहिए। किसी को भी बाधा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि असामाजिक तत्व हो जाते हैं, जो पी लेते हैं। असामाजिक तत्वों की कोई गारंटी नहीं है इसलिए सावधानी रखें।’
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा कि, ‘ऐसे तो मैं शराब का विरोध करती हूं, पर सरकार की लड़ाई हम आपसे नहीं छेड़ सकते, क्योंकि आप कुछ भी नहीं हैं। फिलहाल आप ये कर सकते हैं कि 500 मीटर दूर कर दें।’ बता दें कि सांसद प्रज्ञा ठाकुर शराब को लेकर अक्सर अपना बयान बदलते रहती हैं। हाल ही में पत्रकारों ने नई आबकारी नीति को लेकर जब प्रज्ञा ठाकुर से सवाल किया था तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि शराब को अगर सीमित मात्रा में पिया जाए तो यह औषधि का काम करती है। बाद में उमा भारती से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि शराब जहर है और मैं शराबबंदी की मांग करती हूं।