बेंगलुरु : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि कर्नाटक में सरकार आने पर 80 से ज्यादा हनुमान मंदिर बनवाएंगे। बजरंग दल पर बैन के बीच कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। यही वजह है कि घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के बाद कांग्रेस की ओर से ऐसे बयान सामने आ रहे हैं। बीते दिनों कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाए जाने को लेकर वादा किया था जिसके बाद से ही बीजेपी इस मुद्दे को लेकर हावी थी। खरगे के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि कहीं न कहीं विवादों से घिरती कांग्रेस विधानसभा चुनाव में इस मामले से निकलना चाहती है।
हनुमान मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे डीके शिवकुमार
बजरंग दल पर बैन लगाने की सियासत के जोर पकड़ते ही बीते गुरुवार को कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार मंदिर पहुंच गए। कनकपुरा सीट से प्रत्याशी डीके शिवकुमार ने हनुमान मंदिर में मत्था टेका। जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिय प्लेटफॉर्म से दर्शन करते हुए पोस्ट भी शेयर की। मंदिर दर्शन के बाद शिवकुमार ने कहा कि राज्य में हमारी सरकार आने पर हनुमान जी के मंदिरों को विकसित कर स्कीम चलाई जाएंगी।
ईश्वरप्पा ने जलाया कांग्रेस का घोषणा पत्र
बीजेपी नेता ईश्वरप्पा ने बीते दिन एक कार्यक्रम में कांग्रेस का घोषणा पत्र ही जला दिया था। ईश्वरप्पा ने कहा कि यह घोषणा पत्र तो जिन्ना के घोषणा पत्र जैसा है। जिसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी। खरगे ने कहा कि ईश्वरप्पा ने कांग्रेस का घोषणा पत्र नहीं बल्कि लोगों की भावनाओं को जलाने का काम किया है। बीजेपी ने इस बार विधानसभा चुनाव में दिग्गज नेता ईश्वरप्पा को टिकट नहीं दिया है। जिसके बाद इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि ईश्वरप्पा कहीं पाला न बदल दें। इस बारे में कई बार सवाल किए जाने पर बीजेपी नेता ने कहा कि वे ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जो कि पार्टी या फिर उनके लिए अमर्यादित हो।