भोपाल : सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, मध्य प्रदेश सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकास सकलेचा के साथ राजधानी में 8वें भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। ये आयोजन भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) में 21 से 24 जनवरी तक किया जा रहा है।
देश विदेश से आए विज्ञानी
इस चार दिवसीय आयोजन में भोपाल में देश विदेश के आठ हजार से अधिक विज्ञानी शामिल हो रहे हैं। पहली बार भोपाल में इतने व्यापक स्तर पर हो रहे विज्ञान महोत्सव में विज्ञान और तकनीकी प्रदर्शनी का आयोजन होगा और वैज्ञानिक अपने शोध पत्र भी प्रस्तुत करेंगे। देश विदेश से 300 से अधिक विज्ञानीक संस्थाएं भी यहां सम्मिलित हो रही हैं। यहां 14 कार्यक्रमों का आयोजन होगा। आईआईएसएफ का लक्ष्य जनता को विज्ञान से जोड़ना है। इसी के साथ विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) किस तरह हमारे जीवन को उन्नत व बेहतर बनाता है, ये बताना भी है।
सीएम ने कहा ‘भारत में अध्यात्म और विज्ञान की परंपरा’
इस अवसर पर संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि ‘धर्म और विज्ञान एक दूसरे को नहीं काटते, बल्कि उसका समर्थन करते हैं। जहां विज्ञान खत्म होता है वहां से अध्यात्म की यात्रा प्रारंभ होती है। विज्ञान और अध्यात्म इंटरकनेक्ट को भारत से शुरू से समझा है। इसीलिए सर सीवी रमन ने कहा था कि 20वीं सदी विज्ञान की सदी हो सकती है लेकिन 21वीं सदी वैज्ञानिक अध्यात्म की सदी होगी। ज़ीरो की खोज भारत में हुई है। महान वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा कि हम प्राचीन भारतीयों के बहुत आभारी हैं जिन्होने हमें गिनना सिखाया। हमारा गणित, विज्ञान, भौगोलिक ज्ञान, चिकित्सा विज्ञान बताता है कि हमारा सनातन विज्ञान कितना विकसित था। इस ज्ञान को सप्रमाण लाने का हम आज प्रयास भी कर रहा है और सफल भी हो रहे हैं। 21वीं सदी में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास पीएम मोदी के नेतृत्व में होगा।’ इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, अंतरिक्ष विभाग, परमाणु ऊर्जा विभाग और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है।