नई दिल्ली : लोकसभा में आज हिंदू पर महासंग्राम हुआ, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलने के लिए खड़े हुए राहुल गांधी ने आज भगवन शिव, गुरु नानक, ईसा मसीह की तस्वीरें लहराई और इसी क्रम में हिन्दुओं को हिंसा करने वाला बताया जिसपर गृह मंत्री अमित शाह ने आक्रोशित होते हुए उनसे माफ़ी मांगने की मांग की, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना एक गंभीर विषय है।
लोकसभा में LoP राहुल गांधी ने सरकार को लिए निशाने पर
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज अपने अंदाज में दिखाई दिए, उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए नोटबंदी, जीएसटी, महंगाई, बेरोजगारी, किसान आंदोलन, अग्निवीर योजना को लेकर हमले किये, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कुछ महिलाओं से हुई मुलाकात के बाद महंगाई और अग्निवीर, किसान आंदोलन की सच्चाई को प्रमाणित करने की कोशिश की जिसपर सरकार के मत्रियों ने उनसे प्रमाण पटल पर रखने की मांग की।
राहुल गांधी ने कहा जो खुद को हिंदू कहते हाँ वो 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं
राहुल गांधी ने भगवान शिव, गुरु नानक और ईसा मसीह की तस्वीरें दिखाते हुए कहा कि ये सभी अभय मुद्रा में है और ये मुझे सिखाते हैं कि डरो मत डरो मत, लेकिन भाजपा देश में हर किसी को डरा रही है, राहुल ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए हिंदू समाज को भी पर भी निशाना साधा राहुल ने कहा जो अपने लोग आप को हिंदू कहते हैं वे 24 घंटे सिर्फ हिंसा… हिंसा… हिंसा, नफरत… नफरत… नफरत , असत्य…असत्य…असत्य।
गृह मंत्री अमित शाह बोले देश से माफ़ी मांगें राहुल गांधी
राहुल द्वारा हिन्दुओं को हिंसक कहने पर गृह मंत्री अमित शाह भड़क गए उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा हिंदू हिंसा करते हैं, झूठ बोलते हैं और नफरत फैलाते हैं…यह बोलकर राहुल गांधी ने करोड़ों हिंदुओं का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। अमित शाह ने कहा कि जिन्होंने आपातकाल में सबको भयभीत किया वो अभय मुद्रा की क्या बात करेंगे, सरे आम सिखों का कत्लेआम किया वो गुरुनानक की क्या बात करेंगे, राहुल गांधी की संसद ही नहीं देश से माफ़ी मांगनी चाहिए।
पीएम मोदी बोले पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी सीट से खड़े हुए – उन्होंने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ये बहुत गभीर विषय है …आपको बात दें कि राहुल गांधी के भाषण के दौरान उनके द्वारा कही जा रही बातों को सरकार के मंत्री नियम विरुद्ध आचरण वाला और असत्य बताते रहे और स्पीकर ओम बिरला से मांग करते रहे कि राहुल गांधी को रोका जाये या फिर इन्हें प्रमाणित करने के निर्देश चेयर से दिए जाएँ लेकिन स्पीकर ने राहुल गांधी को टोका नहीं और बोलने का पूरा मौका दिया।