मध्यप्रदेश में ATS ने की PFI पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, इन जिलों में हुई छापेमारी…

भोपाल : ATS ने मध्यप्रदेश के कई जिलों में छापेमारी की है। दरअसल पुलिस ने इंदौर, भोपाल, उज्जैन, नीमच, शाजापुर समेत गुना जिले में PFI सदस्यों के घर दबिश दी है। इस दौरान 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि इससे पहले NIA की पुछताछ में चार आरोपियों ने मध्य प्रदेश के 8 जिलों में इनके ठिकानों के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद जांच एजेंसी ने बिना देरी करते हुए सभी के घर पर धावा बोल दिया। यह कार्रवाई इंदौर से शुरू कर की गई। जहां से कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि बाकि 3 लोग सूचना पाते ही मौके से फरार हो गए हैं। जिनकी तलाश जारी है।

उज्जैन की बात करें तो वहां से PFI के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश में PFI में सक्रियता में कुल 35 लोगों का नाम सामने आया था। जिसके बाद इन पर कार्रवाई करने की कवायद तेज हो गई थी। इंदौर से गिरफ्तार किए गए सैयद टेलर, धनिस गौरी, कौशिक, युसूफ, वसीम को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से कई सारे दस्तावेज निकले हैं। साथ ही कुछ तकनीकी उपकरण भी बरामद किया गया है। इसके अलावा NIA और ED ने एक बार फिर दिल्ली, यूपी समेत 8 राज्यों में छापेमारी की है। जिसमें सबसे ज्यादा सदस्य कर्नाटक से पाए गए हैं। बता दें कि यहां पर 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, असम से भी PFI के 4 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और दिल्ली से भी एक नेता को गिरफ्तार किया गया है। जो कि इस संगठन के सक्रिय सदस्य रहे हैं।

बता दें कि 1992 में तीन मुस्लिम संगठनों ने मिलकर इस संगठन का निर्माण किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत के 22 राज्यों में PFI के सदस्य सक्रिय हैं जो कि तेजी से अपना विस्तार कर रहे हैं। इनका मकसद साल 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाना है और इस इसके लिए PFI के सदस्य बड़ी तेजी से कार्य में जुटे हुए हैं, जो खुद चुनाव नहीं लड़ते।

वहीं, ED ने दावा किया है कि PFI ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिश की थी। दरअसल, पटना में पीएम मोदी एक रैली करने वाले थे। जिनपर इस संगठन के लोगों ने हमला करने की पूरी तैयारी कर ली थी। जिसके बाद ED ने देश के 15 राज्यों में 22 सितंबर को छापेमारी की थी। जिसमें 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें संगठन से जुड़े 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद कुछ लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला करना शुरू कर दिया था।

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