इंदौर : शहर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए शहर को काफी ज्यादा सजाया गया। वहीं मेहमानों को शहर की स्वच्छता दिखने के लिए सफाई में कोई कसार नहीं छोड़ी। ऐसे में नालों की गंदगी ना दिखे इसलिए नाले के गंदे पानी को रोकने के लिए के स्टाॅड डेम अफसरों ने बना दिया। लेकिन अब ये रहवासियों के लिए मुसीबत बन गया है। दरअसल, सुयश विहार कॉलोनी और बीमा अस्पताल क्षेत्र में नाले की गंदी बदबू फैल गई है। जिसकी वजह से रहवासियों को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक, शहर के सीवरेज को सीधे ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने के लिए निगम ने 200 करोड़ रुपए का खर्च किया है। इतना ही नहीं इसके लिए छोटे प्लांट भी बनाए गए है। इसके बावजूद भी नाले में गंदगी और गाद जमी हुई नजर आती है। वहीं इसकी बदबू लोगों का जीना मुश्किल कर रही है। लोग नाले के पास से गुजरने में सोचते हैं। क्योंकि ये गन्दी बदबू वह सहन नहीं कर पाते है।
जब अफसरों को लोगों ने शिकायत की तो अफसरों का कहा कि स्थाई रूप से नाले में गंदे पानी की आवक बंद की जा रही है। कुछ दिनों में ये बदबू आना बंद हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक, रहवासी धीरज नजान का कहना है कि सम्मलेन के लिए नाले का पानी रोका गया था ताकि सम्मेलन स्थल के आसपास बदबू ना आए। लेकिन अब हमें परेशान होना पड़ रहा है। नाले से निकली गाद भी नाले किनारे ही रख दी गई। उससे भी काॅलोनी मेें गंदगी फैल रही है। इससे बोरिंगों का पानी भी दूषित हो रहा है।