इंदौर : मध्यप्रदेश के इंदौर में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में सांसद ने जन जागरूकता को लिए सुझाव दिए। वहीं, कलेक्टर प्लास्टिक का महत्व और बढ़ती समस्याओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में इंदौर सांसद शंकर लालवानी, विशेष अतिथि कलेक्टर इलैया राजा टी और एसजीएसआईटीएस कॉलेज के डायरेक्टर राकेश सक्सेना मौजूद थे।
ये लोग रहे मौजूद
इसके अलावा, कार्यशाला में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल के एसई एमएल पटेल, इंडियन प्लास्टिक फोरम के अध्यक्ष सचिन बंसल, एसजीएसआईटीएस के असिस्टेंट प्रोफेसर विवेक तिवारी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर विशाखा कुटुंबले, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल अधिकारी एसएन द्विवेदी, साइंटिस्ट सुनील व्यास और संजय जैन सहित बड़ी संख्या में प्लास्टिक इंडस्ट्री से जुड़े उद्योगपति भी शामिल थे।
सांसद ने दी समझाइश
शहर में स्वच्छता के लिए स्कूल, कॉलेज के छात्रों को तैयार कर उनके माध्यम से घर-घर जागरूकता लाई गई वैसे ही पर्यावरण के लिए भी छात्रों को पहले समझाया जाए फिर जनप्रतिनिधियों की वर्कशॉप अर्जित करें। आगे उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठनों के प्रमुख तथा धर्मगुरु को भी इसके लिए जागरूक करना चाहिए ताकि उनके समझाने के बाद आम लोग भी उस पर आसानी से अमल करें। सांसद लालवानी ने कहा कि लाइफ स्टाइल के लिए सभी बिंदुओं पर विचार की जरूरत है। बता दें कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के मामले में इंदौर को पुरुस्कृत किया जा चुका है- शंकर लालवानी, सांसद
कलेक्टर ने प्लास्टिक को बताया अदभुत
प्लास्टिक अदभुत चीज है। जिसने हमारी लाइफ को आसान बना दिया है। पिछ्ले 50 से 100 सालों में प्रॉडक्ट बढ़े हैं, जिनकी पैकिंग के लिए इसकी जरुरत बढ़ी है लेकिन हम प्लास्टिक को रिसाइल नहीं कर पा रहे हैं जो जमीन में जा रहा है या सीधे समुद्र में जा रहा है। ये हम आने वाली पीढ़ी को बहुत बडा नकारात्मक टास्क देकर जा रहे हैं। इसके लिए हमे सोचने की जरुरत है। आगे कलेक्ट ने कहा कि हम सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में है लेकिन ये ऊपरी सतह की सफ़ाई है। घर, गली या मुख्य सड़क को साफ़ करना पुरी तरह से सफाई नहीं है। हम कचरे को दबा रहे है जबकि इसके निराकरण की जरुरत है- इलैया राजा टी, कलेक्टर