इंदौर : इंदौर नगर निगम में हुए करोड़ों के घोटाले में पुलिस ने अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, और 5 आरोपी अभी भी फरार चल रहे है। जिसके लिए पुलिस ने एक एसआईटी टीम भी तैयार कर ली है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल इंदौर नगर निगम घोटाले में दिन पर दिन कई परते खुलती जा रही है। वहीं डीसीपी पंकज पांडे ने बताया कि निगम घोटाले के आरोपियों द्वारा फर्जी तरीके से राशि निकाली गई है, और जो काम हुआ ही नही उसका फर्जी तरीके से पेमेंट हुआ है। जिसको लेकर पुलिस द्वारा जांच की गई है कि आरोपियों द्वारा कहा पर प्रोपर्टी ली गई है, उसकी जांच की जा रही है। इसी के साथ अलग-अलग आरोपियों की संपत्ति की जांच के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय, नगर निगम नगरीय निकाय के कार्यालयों से ली जा रही है। उसके बाद इनकी लिंक निकाल कर नगर निगम से जो पैसा लिया है। उसके बाद कोर्ट के द्वारा कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ पुलिस द्वारा आरोपियों द्वारा घोटाले के पैसे से क्या खरीदा गया, कहा इस्तेमाल किया इसकी जांच जारी है। फोरेंसिक ऑडिट कर संपति फ्रिज या कुर्क करने के लिए न्यायालय में पेश प्रतिवेदन पेश करेंगे।
आरोपियों की प्रॉपर्टी की जानकारी पुलिस को लगी है कि जो पैसा निकाला गया है उसकी लिंक निकाल कर स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। निगम का पैसा जिन खातों में गया था। उसे सीज कर दिया गया है। पुलिस की तरफ से संबंधित बैंकों को एक लेटर भी लिखा गया था कि बैंकों से पैसा नही निकलने दिया जाए। इसी के साथ आरोपियों के अन्य बैंक खाते और प्रोपर्टी की भी जांच की जा रही है। बहरहाल पुलिस द्वारा फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए 12 सदस्य की एक टीम लगी हुई है। इसी के साथ जांच करने के बाद और भी कई बड़े नाम सामने आने की पुलिस द्वारा उम्मीद जताई जा रही है।