जबलपुर। जबलपुर के सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल के डायरेक्टर डॉ अश्विनी पाठक और उनकी पत्नी दुहिता पाठक की पुलिस रिमांड खत्म हो गई है, मंगलवार को उन्हे पुलिस ने न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस की पूछताछ में अहम दस्तावेजों की जानकारी लगी है, जिन्हें पुलिस तलाश कर रही है। डॉक्टर अश्वनी पाठक और उनकी पत्नी के अलावा अस्पताल के मैनेजर कमलेश्वर को भी जेल भेजा गया है।
गौरतलब है स्वास्थ्य विभाग और आयुष्मान योजना के अधिकारियों को शिकायत मिली थी कि राइट टाउन स्थित सेंटर इंडिया किडनी हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। इस शिकायत पर टीम ने जब यहां छापा मारा तो चौकाने वाले खुलासे हुए। टीम को जांच में पता चला कि अस्पताल में भर्ती किए गए मरीजों का इलाज उसके बगल में स्थित वेगा होटल में किया जा रहा था, होटल के बड़े हॉल को जनरल वार्ड बना दिया गया था, होटल के मिनी हॉल को आईसीयू बना दिया गया था और होटल के कमरों को प्राइवेट रूम बताते हुए मरीजों को भर्ती किया गया था। यह मामला सामन आन के बाद साफ हो गया कि डाक्टर अश्विनी पाठक आयुष्मान योजना के नाम पर फ्रॉड कर रहे थे जिसके बाद डॉ अश्विनी पाठक और उनकी पत्नी दुहिता पाठक सहित मेनेजर कमलेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया था।