नई दिल्ली: एक तरफ कांग्रेस पार्टी 2024 के आम चुनाव को लेकर कमर कसने की तैयारी में है। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कर रही है वहीं उसी के नेता अलग-अलग वजहों से अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। ताजा इस्तीफा कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल की ओर से आया है। उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ते हुए पार्टी भी छोड़ दी है। उन्होंने इसकी जानकारी पद छोड़ने के बाद दी। उन्होंने अपना त्यागपत्र अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया है। सोनिया को भेजे इस्तीफे में शेरगिल ने कहा कि फैसले जनहित और देशहित के लिये नहीं होते, बल्कि कुछ लोगों के निहित स्वार्थो की पूर्ति के लिये होते हैं। गुलाम नबी आजाद औक आनंद शर्मा के बाद अब जयवीर शेरगिल तीसरे कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है।
जयवीर शेरगिल ने इन वजहों से दिया इस्तीफा
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे जयवीर शेरगिल ने अपने इस्तीफे की वजह बताई है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज मैंने इस्तीफा दो कारणों से दिया है। आज कांग्रेस पार्टी के निर्णय जनहित में नहीं कुछ लोगों के हित में निर्णय लिए जा रहे हैं। वास्तविकता से मुंह मोड़ा जा रहा है, जनता के मुद्दों से मुंह मोड़ा जा रहा है।
‘चुनाव हारने के बाद भी हो रही ताजपोशी’
शेरगिल ने आगे कहा कि कांग्रेस के जो निर्णय लिए जाते हैं उसमें आपकी काबिलियत, जनता की आवाज़, युवाओं की अपेक्षाओं को नजरअंदाज करके सिर्फ कुछ लोग जो चुनाव भी हार चुके हैं, केवल उनकी ताजपोशी हो रही है। जयवीर ने आगे कहा कि फैसले जनहित और देशहित के लिये नहीं होते, बल्कि कुछ लोगों के निहित स्वार्थो की पूर्ति के लिये होते हैं।
पहले आजाद फिर शर्मा और अब जयवीर
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। जयवीर शेरगिल के पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इसके बाद सांसद आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश की चुनाव समिति से इस्तीफा दिया था। वहीं इसके अलावा हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंदर सिंह हुड्डा ने भी कांग्रेस आलाकमान को नसीहत दी थी। हुड्डा ने कहा कि पार्टी वरिष्ठ नेताओं की चिंताओं को सुने।