भोपाल : मध्य प्रदेश में आगामी 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा अब एक्टिव मोड पर है। चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए मंगलवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक भोपाल के भाजपा कार्यालय पर आयोजित की जा रही है। इस बैठक में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठक से पूर्व ही अचानक निकल गए। प्राथमिक जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि उनकी स्वास्थ्य ठीक नहीं है इसलिए वह बैठक से पहले निकल गए।

ज्योतिरादित्य सिंधिया का बैठक में शामिल न होने के कारण सियासी गलियारों में हलचल शुरू हो गई है। हालांकि यह कयास लगाया जा रहा है सिंधिया ग्वालियर जिला अध्यक्ष अभय चौधरी की नियुक्ति से नाराज चल रहे है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में कई जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। और ऐसे में कई दिग्गज नेता कई स्थानीय नेता जिला अध्यक्षो की नियुक्ति को लेकर नाराज है।
सूत्रों की माने तो सोमवार को हुई प्रशासनिक फेरबदल से सिंधिया नजर हुए है। कई जिलों के कलेक्टर का तबादला हुआ है इसके बात नेताओं में ये चर्चा का विषय बन गया। हालांकि बैठक में शामिल होने पहुंचे सिंधिया ने मीडिया से कहा कि 2023 में कमल का फूल फिर से खिलेगा। पार्टी लगातार आगामी योजनाओं पर काम करती रहती है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी भले ही कुछ भी कर ले लेकिन जनता जानती है कि कांग्रेस सिर्फ जुट की राजनीति करती है। राहुल गांधी की इस यात्रा से किसी को डर नहीं और न ही इससे कोई फर्क पड़ना है।
वहीं अब कई जिला अध्यक्षों को बदला जा सकता हैं। सूत्रों की माने तो उनका कहना है कि जिस प्रकार से कई जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हो पर स्थानीय नेता नाराज चल रहे हैं। उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आज की कोर कमेटी की बैठक में इन जिला अध्यक्षों को बदला जा सकता है।
बता दें कि भाजपा कोर गकमेटी की बेठक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अहम निर्णय लिए जा सकते है। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।