भोपाल: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पुरानी पेंशन लागू करने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पुरानी एवं वरिष्ठता बहाली महासभा मध्यप्रदेश एवं राज्य शिक्षक कांग्रेस के ज्ञापन पर उन्होने ये पत्र लिखा है। बता दें कि मंगलवार को विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में बताया गया कि राज्य सरकार के पास अपने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। इस जवाब के बाद कमलनाथ ने कहा है कि 2023 में कांग्रेस की सरकार बनने पर कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी।
इस पत्र में मूल ज्ञापन की मांगों को यथावत प्रस्तुत किया गया है जिनमें ‘1 जुलाई 2018 से राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्त अध्यापक संवर्ग को प्रथम नियुक्ति दिनांक से समस्त लाभों के लिए वरिष्ठता का लाभ दिया जाए एवं नियुक्ति आदेश के स्थान पर संविलियन आदेश जारी किया जाए। 12 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले अध्यापक-शिक्षकों को क्रमोन्नति के लाभ हेतु आदेश जारी किया जाए। संवर्ग को प्रथम नियुक्ति दिनांक से समस्त सुविधाएं प्रदान की जाएं तथा क्रमोन्नति, पदोन्नति, ग्रेच्युटी आदि में सेवा अवधि की गणना का लाभ दिया जाए। पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाए एवं नियुक्ति दिनांक से सेवा अवधि मान्य की जाए।’
‘अन्य विभागों के समान शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को भी सशर्त पदोन्नति का लाभ दिया जाए। अध्यापक संवर्ग हेतु अनुकंपा नियुक्ति हेतु नियमों में छूट प्रदान करते हुए अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए एवं नियुक्ति उपरांत विशेष अभियान में डीएड एवं बीएड कराया जाए। अध्यापक-नवीन शिक्षक वर्ग को कैशलेस बीमा योजना का लाभ दिया जाए एवं उनके मेडिक्लेम का शीघ्र भुगतान कराया जाए।’ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि अध्यापक संवर्गीय शिक्षकों की इन मांगों का प्रभावी एवं सकारात्मक निराकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक है। विभिन्न शिक्षक संघों के द्वारा समय समय पर ज्ञापन देकर एवं विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों को शासन के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। उन्होने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस ज्ञापन पर संज्ञान लेकर इनका निराकरण किया जाए।