उज्जैन : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का एक बार फिर दर्द झलक गया. उन्होंने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की स्थिति पर कहा कि वो भी मुख्यमंत्री थे और सौदेबाजी कर सकते थे, लेकिन मध्य प्रदेश में सौदेबाजी को बढ़ावा नहीं देना चाहिए था, इसलिए उनकी सरकार चली गई. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सीधे-सीधे सौदेबाजी का आरोप लगाया.इसके अलावा पूरे शहर की दशा और दिशा बदलने के लिए एक मैप तैयार किया गया था.
प्रचार से पहले महाकाल की पूजा
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी महेश परमार के समर्थन में आम सभा को संबोधित किया. उन्होंने सबसे पहले भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया. महाकालेश्वर मंदिर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की. इसके बाद उन्होंने शहर के विकास के मुद्दों पर प्रबुद्ध जनों से बातचीत की.
उन्होंने कहा कि इस बार भी कांग्रेस विकास के मुद्दे पर पूरे मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने जा रही है. मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में एक जैसी समस्या है, जिन्हें कांग्रेस चुनाव जीतने के बाद दूर करने की पूरी कोशिश करेगी. वर्तमान में महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने सौदेबाजी कर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को रवाना कर दिया. उन्होंने कहा कि वह भी मुख्यमंत्री थे और सौदेबाजी कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
उज्जैन के विकास में 300 करोड़ रुपये दिए
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि उज्जैन के विकास के लिए कमलनाथ सरकार ने पूर्व में 300 करोड़ रुपये दिए थे. इसके अलावा पूरे शहर की दशा और दिशा बदलने के लिए एक मैप तैयार किया गया था. उन्होंने रोजगार, महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना, शहर के चौड़ीकरण और अन्य मुद्दों पर भी लोगों के बीच अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव मैदान में जीत हासिल करते हैं तो शहर के प्रबुद्धजन बैठकर शहर के विकास की रणनीति तैयार करेंगे.