भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 का काउंटडाउन शुरु हो चुका है। अब बस गिनती के दिन बचे हैं वोटिंग के लिए और ऐसे में प्रदेश के दोनों प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस पूरे जोरशोर से अपने अपने अभियान व प्रचार में जुटे हैं। हम सब जानते हैं कि ‘चुनावी प्रचार’ का अर्थ सिर्फ अपनी उपलब्धियों, कार्यों, वादों या दावों का बताना ही नहीं होता बल्कि इसमें विपक्षी दलों पर जमकर हमला करना और आरोप जड़ना भी शामिल है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर लगातार हमलावर है।
बीजेपी कांग्रेस के आरोप-प्रत्यारोप
कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में नए वादें करने के साथ पिछली बार अधूरी छूट गई कई योजनाओं को पूरा करे का वचन भी दिया है। इममें एक प्रमुख मुद्दा है किसानों की कर्ज माफी का। कमलनाथ लगातार कहते आ रहे हैं कि पिछली बार उन्होने 27 लाख किसानों के कर्ज माफ किए थे और इस बार भी कांग्रेस की सरकार बनने पर दूसरे चरण में ये योजना जारी रहेगी। वहीं शिवराज सिंह चौहान इसे झूठ करार देते आए हैं और मंचों से कहते रहे हैं कि कमलनाथ ‘किसान कर्ज माफी’ की झूठी बातें कर रहे हैं। इस आरोप का जवाब देते हुए अब कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर पलटवार किया है। उन्होने मध्य प्रदेश विधानसभा में किसान कर्जमाफी पर पर बाला बच्चन के सवाल और कृषि मंत्री कमल पटेल के जवाब का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
कमलनाथ ने कहा ‘झूठ बोल रहे शिवराज’
कमलनाथ ने एक्स पर ट्वीट करते हुए कहा है कि “चुनावी मौसम में भारतीय जनता पार्टी की झूठ बोलने की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। भाजपा के नेता पूरी बेशर्मी से सार्वजनिक मंचों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया। लेकिन यह देखिए विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्री बाला बच्चन के सवाल के जवाब में श्री शिवराज सिंह चौहान के कृषि मंत्री श्री कमल पटेल ने खुद स्वीकार किया है कि कांग्रेस सरकार ने करीब 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। इस जवाब से यह भी स्पष्ट हो जाता है कि एक तरफ जहां कांग्रेस ने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया वहीं भाजपा ने सत्ता में आते ही किसानों की कर्ज माफी बंद कर दी। भाजपा और शिवराज सिंह चौहान किसानों के दुश्मन हैं। यह खुद तो किसानों की भलाई का कोई काम कर नहीं सकते और अगर कांग्रेस किसानों को कोई फायदा पहुंचाती है तो उसे बर्बाद करने में पूरी ताकत लगा देते हैं। जनता को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी किसानों से जो वादे करती है, उन्हें हर कीमत पर पूरा करती है और भारतीय जनता पार्टी आज चुनाव के समय जो वादे कर रही है, उन्हें कभी नहीं निभाएगी। कांग्रेस किसानों की पार्टी है और भाजपा सौदेबाजों की पार्टी है। 17 नवंबर को मध्य प्रदेश की जनता धोखेबाज भाजपा को सबक सिखाएगी।”