भोपाल : मध्य प्रदेश में धार जिले के कारम डैम लीक कांड के बाद फिर से बांध बनाने की कवायद शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि कारम नदी पर मिट्टी का बांध बनाने की बुनियादी तैयारियां शुरू हो चुकी है। लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि कारम डैम लीक कांड में राज्य सरकार ने जिस कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया था, वही कंपनी को फिर से डैम के निर्माण का कार्य करेगी।
दरअसल, बांध में आई दरार के बाद सूबे की शिवराज सरकार ने निर्माण का ठेका लेने वाली दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और ग्वालियर की फर्म सारथी कंस्ट्रक्शन के सिविल ठेका पंजीयन निरस्त करते हुए दोनों ही कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। लेकिन बावजूद इस क्षतिग्रस्त और निर्माणाधीन बांध के अधूरे काम को आगे भी यह इन्हीं कंपनियां ही पूरा करेंगी।
जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग ने रेत और मिट्टी से लेकर गिट्टी आदि के सैंपल जांच के लिए भेज दिया है। और रिपोर्ट आने के बाद डैम के पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
इसे लेकर कांग्रेस ने इस मामले पर शिवराज सरकार की आलोचना की है। कांग्रेस ने इससे संबंधित एक रिपोर्ट साझा करते हुए ट्वीट किया और लिखा कि शिवराज के जंगलराज की अनोखी खेप कारम डैम की ब्लैक लिस्टेड कंपनी ही करेगी फिर से डैम का निर्माण; शिवराज जी, भ्रष्टाचार का ओलंपिक जीत रहे हो।
जिसके बाद जल संसाधन विभाग ने तर्क देते हुए बताया कि कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक बांध निर्माण के 5 साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी मूल ठेकेदार की ही है। ऐसे में निर्माण कार्य इसी एएनस कंस्ट्रक्शन को दिया गया है। उधर विभाग ने डैम निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किए गए 8 इंजीनियर्स के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर लिया है। इस
बता दें कि 14 अगस्त 2022 को डैम में दरार आने के बाद हड़कंप मच गया था। जिसके बाद डैम का पानी बाहर निकाला गया। जिससे 21 गांवों पूरी तरह डूब गए थे। हालांकि, किसी भी बड़ी दुर्घटना से पहले ही ग्रामीणों को पहले ही निकाल लिया गया था।